पटनाः बिहार में पीएचईडी विभाग में राजद के कार्यकाल में किए गए टेंडरों पर एनडीए सरकार ने हथौड़ा चलाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में पीएचईडी मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू ने शुक्रवार को कहा कि पुराने टेंडर को रद्द कर दिया गया है।
अब तक कुल लगभग 4400 करोड़ का टेंडर रद्द किया गया है। उसको नए तरीके से किया जा जाएगा। विभाग नई तकनीक को साथ लेकर काम करेगी। उन्होंने कहा कि जल की बर्बादी को रोकने के लिए खराब नल और पुराने नलों को नई तकनीक से बदला जाएगा, जिससे पानी खुद बंद हो जाए। बबलू ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि हर घर में नल का जल पहुंचे। जल की समस्या को देखते हुए स्पष्ट रूप से निर्देशित भी किया गया है कि कहीं पानी को लेकर किसी को दिक्कत ना हो।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष के लिए 4000 चापाकल लगाने का लक्ष्य है। 1500 चापाकल अभी तक लगाया जा चुका है और कुछ दिनों में है सभी चापाकल लगा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल की समस्या को दूर करने के लिए 8000 चापाकल मरम्मत का काम हो चुका है। किसी भी गांव में कहीं भी पानी का दिक्कत नहीं होने दिया जाएगा।
500 टैंकर भी इसको लेकर लगाए गए हैं अगर जरूरत पड़ी तो और भी टैंकर लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का जो संकल्प है कि हर घर लोगों को शुद्ध नल का जल पहुंचे उसको लेकर भी लगातार प्रयास कर रहा है। बबलू ने बताया कि बिजली के लिए सौर ऊर्जा के अधिकाधिक प्रयोग के लिए टंकी के ऊपर सोलर प्लेट लगाने जा रहे हैं।
हर जगह पर ऑटोमेटिक सिस्टम लगाया जा रहा है। इससे स्वतः टाइम के अनुसार पानी भरेगा और बंद हो जाएगा। बिजली कटने और ट्रांसफार्मर जलने जैसी समस्या का समाधान सोलर के जरिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नल जल में जिन टोलों और वार्डों में अब तक पानी नहीं पहुंचा है उसे भी जोड़ा जाएगा।