नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से सोमवार को शराब घोटाले केस में सीबीआई की गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में पहुंचे हैं। हालांकि, उनका यह कदम ऐसे समय में सामने आया है, जब दिल्ली कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेजा था।
निचली अदालत ने उन्हें हिरासत में देते हुए कहा था कि उनका नाम “मुख्य साजिशकर्ताओं” में से एक के रूप में सामने आया है और जांच अभी भी जारी है।
आप प्रमुख ने जांच में सहयोग नहीं किया- CBI
अरविंद केजरीवाल को तीन दिन की हिरासत में पूछताछ खत्म होने के बाद सीबीआई ने अदालत में पेश किया, जिसके बाद केंद्रीय एजेंसी ने यह दावा करते हुए 14 दिन की न्यायिक हिरासत की मांग की कि आप प्रमुख ने जांच में सहयोग नहीं किया और जानबूझकर गोल-मोल जवाब दिए।
सीबीआई ने कहा, ‘आप’ प्रमुख गवाहों को कर सकते प्रभावित
केंद्रीय एजेंसी ने अपनी रिमांड याचिका में यह भी आशंका व्यक्त की कि वह हिरासत में पूछताछ के दौरान गवाहों और उनके सामने पहले से सामने आए सबूतों को प्रभावित कर सकते हैं। सीबीआई ने ये भी कहा था कि ‘आप’ प्रमुख उन संभावित गवाहों को भी प्रभावित कर सकते हैं, जिनसे पूछताछ की जानी बाकी है।