रांची. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आखिरकार झारखंड हाईकोर्ट से शुक्रवार को जमानत मिल गई. झारखंड हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए 50-50 हजार के दो निजी मुचलकों पर हेमंत सोरेन को जमानत दे दी.
हालांकि इस दौरान ईडी की ओर से जमानत को 24 घंटे के लिए स्टे करने की मांग की गई लेकिन कोर्ट ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया. शिबू आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि मनगढ़ंत कहानी गढ़कर 5 महीने तक जेल में रखा गया.
हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेएमएम कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया. हाईकोर्ट में ऑर्डर की कॉपी अपलोड होने के बाद बेलर बसंत सोरेन और दूसरे बेलर सीधे ईडी कोर्ट पहुंचे. वहां उन्होंने कानूनी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद सीधे मोराबादी स्थित ईडी के जज के आवास पहुंचे. वहां बेल बॉन्ड भरने के बाद बसंत सोरेन कल्पना सोरेन को लेकर सीधे होटवार जेल की रवाना हो गए.
होटवार जेल से हेमंत सोरेन पत्नी कल्पना सुरेंद्र के साथ सीधे गुरु जी के मोरहाबादी स्थित आवास पहुंचे. हेमंत सोरेन के यहां पहुंचने के बाद मंत्री हफीजुल हसन, विधायक बैद्यनाथ राम समेत कई नेता और कार्यकर्ताओं का शिबू आवास पहुंचना शुरू हो गया. हेमंत सोरेन ने यहां माता-पिता का आशीर्वाद लिया और उसके बाद पत्नी के साथ मीडिया से मुखातिब हुए.
‘मनगढ़ंत कहानी गढ़कर 5 महीने तक जेल में रखा गया’
शिबू आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा, ‘पांच महीने बाद अब मैं कानूनी तौर पर जेल से बाहर आया हूं. वर्तमान समय में जो भी लोग केंद्र सरकार के विरोध में बातें कर रहे हैं, उन्हें सीधे जेल में डाला जा रहा है. मनगढ़ंत कहानी गढ़कर 5 महीने तक जेल में रखा गया. न्याय प्रक्रिया ऐसी है कि बाहर निकलने में बरसों लग रहे हैं.’
हेमंत ने कहा, ‘आज मैं फिर से राज्य की जनता के बीच में हूं. जो लड़ाई हमने शुरू किया है उसे मुकाम तक पहुंचाएंगे. आज मेरा बाहर निकालना एक संदेश है. मेरे विरुद्ध षडयंत्र रचा गया, सभी कुछ देखने को मिलेगा. न्यायालय के आदेश का आप लोग बेहतर तरीके से आकलन करें समीक्षा करें.’
हेमंत सोरेन से जब यह पूछा गया कि विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति कैसी होगी. इसके जवाब में मुस्कुराते हुए उन्होंने कहा कि रणनीति का जवाब ऐसे खुलकर नहीं दिया जाता.
आपको बता दें कि पिछले 13 जून को ही दोनों पक्षों की ओर से सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था. 13 जून को हेमंत सोरेन की ओर से सीनियर वकील मीनाक्षी अरोड़ा ने अपनी दलील रखी थी, जिसके बाद ईडी की ओर से सीनियर वकील एसवी राजू ने अपना पक्ष रखा था.