Rajya Sabha News: संसद सत्र के पांचवे दिन शुक्रवार को राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा सदस्य और छत्तीसगढ़ की वरिष्ठ नेता फूलो देवी नेताम की तबीयत बिगड़ने की खबर आई है। आनन-फानन में फूलो को एंबुलेंस के जरिए आरएमएल अस्पताल ले जाया गया है।
बताया जा रहा है कि घटना के समय वह नीट मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रही थीं। हालांकि, सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उनकी हालत में सुधार हो रहा है। वे जांच के लिए 2-3 घंटे तक वहां रहेंगी। सदन के उपनेता ने भी कहा है कि चिंता की कोई बात नहीं है।
आखिर हुआ क्या?
दरअसल, यह घटना तब हुई, जब सभी कांग्रेस सदस्य राज्यसभा सभापति के आसन के सामने पहुंच गए और NEET परीक्षा में अनियमितताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसी दौरान, फूलोदेवी की आंखें घूम गईं और नीचे गिर गईं, तो राज्यसभा कर्मचारी तुरंत उन्हें एम्बुलेंस में अस्पताल ले गए। उनके साथ कुछ अन्य महिला सांसद भी गईं। फिलहाल, उनका दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में इलाज चल रहा है।
#WATCH | Congress party's Rajya Sabha MP Phulo Devi Netam being taken away in an ambulance from Parliament after she felt dizzy and fell. She was protesting in the Well of of the House over NEET issue when the incident happened. She is being taken to RML hospital. pic.twitter.com/ljyXgCfuMA
— ANI (@ANI) June 28, 2024
फूलो देवी नेताम के बारे में जानें?
फूलो देवी नेताम का जन्म छत्तीसगढ़ के एक आदिवासी परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत से ही सामाजिक न्याय और आदिवासी अधिकारों के लिए संघर्ष किया। उनकी शिक्षा भी छत्तीसगढ़ में ही हुई, जहां उन्होंने सामाजिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
कैसा रहा राजनीतिक सफर?
फूलो देवी नेताम का जन्म छत्तीसगढ़ के एक आदिवासी परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत से ही सामाजिक न्याय और आदिवासी अधिकारों के लिए संघर्ष किया। उनकी शिक्षा भी छत्तीसगढ़ में ही हुई, जहां उन्होंने सीनियर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा 2013 जगदलपुर से 12वीं पास की। इनके पति तुलसीदास नेताम पेशे से एक सरकारी शिक्षक हैं।
विधानसभा सदस्य: फूलो देवी नेताम ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने आदिवासी समुदाय के विकास और अधिकारों के लिए महत्वपूर्ण विधायी कार्य किए। राज्यसभा सदस्य: फूलो देवी नेताम को 2020 में कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा के लिए नामित किया। उन्होंने राज्यसभा में आदिवासी समुदाय के मुद्दों को उठाया और उनके अधिकारों की वकालत की।