Om Prakash Mathur: भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए प्रधानमंत्री मोदी के करीबी ओम प्रकाश माथुर का नाम लगभग तय माना जा रहा है। पूर्व राज्यसभा सांसद माथुर को भाजपा की पहली पसंद के साथ-साथ संघ की ओर से भी मंजूरी मिलने की बात कही जा रही है। संघ की पृष्ठभूमि से आने वाले ओम प्रकाश माथुर अब भाजपा के एक एक्टिव मेंबर हैं।
माथुर के अलावा सुनील बंसल और फग्गन सिंह कुलस्ते को भी भाजपा के अध्यक्ष पद की रेस में माना जा रहा है। हालांकि, राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाती है इसका पता तो वक्त के साथ चलेगा। फिलहाल हम आपके लिए प्रधानमंत्री मोदी के ‘दोस्त’ और भाजपा के अध्यक्ष पद के प्रवाल दावेदार माने जा रहे ओम प्रकाश माथुर से जुड़ी सारी जानकारी आपके लिए लेकर आये हैं।
कौन हैं बीजेपी के अध्यक्ष पद के दावेदार ओम प्रकाश माथुर?
अपने राजनीतिक कौशल और रणनीतिक योजना के लिए जाने जाने वाले ओम प्रकाश माथुर ने छत्तीसगढ़ में बीजेपी के अभियान को व्यवस्थित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ओम माथुर का जन्म 12 अगस्त 1952 को हुआ था। राजस्थान के पाली जिले में जन्मे, माथुर ने भाजपा में पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में शामिल होने से पहले 1972 में आरएसएस प्रचारक के रूप में शुरुआत की।
1990 से 2002 के दौरान, 12 वर्षों तक माथुर ने राजस्थान भाजपा के महासचिव के रूप में कार्य किया। 2002 और 2008 के बीच, वह उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और गुजरात में भाजपा के प्रभारी केंद्रीय नेता थे। राजस्थान में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे माथुर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है। बीजेपी के दिग्गज नेता ओम प्रकाश माथुर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके अलावा वो साल 2008 से 2009 तक राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं।
राजस्थान से राज्यसभा सदस्य के रूप में उनके अनुभव और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में उनके कार्यकाल ने उन्हें राजनीतिक परिदृश्य की गहरी समझ से सुसज्जित किया है, जिसका उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़ में प्रभावी ढंग से उपयोग किया। उन्हें जुलाई 2023 में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने छत्तीसगढ़ का प्रभारी नियुक्त किया था। उनका अनुभव छत्तीसगढ़ से परे तक फैला हुआ है, वे पहले उत्तर प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख राज्यों में पार्टी प्रभारी के रूप में जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। माथुर के मार्गदर्शन में, छत्तीसगढ़ में भाजपा का अभियान सत्तारूढ़ कांग्रेस द्वारा निर्धारित आख्यानों का मुकाबला करने और राज्य के लिए पार्टी की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को उजागर करने में सक्षम था। कथित तौर पर प्रधानमंत्री अक्सर माथुर को ऐसी जगहों पर भेजते हैं जहां सरकार बनाना सबसे चुनौतीपूर्ण होता है।
बीते विधानसभा चुनाव में माथुर को न सिर्फ छत्तीसगढ़ का संगठन प्रभारी नियुक्त किया गया, बल्कि उन्हें चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी भी सौंपी गई, जो पीएम मोदी के उन पर भारी भरोसे को दर्शाता है। माथुर भरोसे पर खरे भी उतरे और छत्तीसगढ़ में पार्टी के लिए जमीन तैयार करने में सफल हुए।