बैठक के बाद सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा ।
लोकसभा चुनाव में जनता के समर्थन को लेकर उनका धन्यवाद प्रस्ताव पास किया गया है।
प्रस्ताव में जनता का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया है।
कांग्रेस ने चुनाव में 100 से ज्यादा सीट जीती हैं।
हरियाणा में सबसे ज्यादा मत प्रतिशत इंडिया गठबंधन को मिला है।
अब हरियाणा में कांग्रेस का लक्ष्य प्रदेश को बचाना है।
एक बार फिर से विकास की पटरी पर लाना है।
गरीबों का कल्याण करके उन्हें भी मुख्य धारा में लाने का संकल्प पास किया गया है।
हरियाणा की भाजपा सरकार पर दीपेंद्र हुड्डा ने सावधान निशान।
दीपेंद्र ने कहा कि भाजपा सरकार अल्पमत में है।
। सरकार के पास विधानसभा में संख्या बल नहीं है।
12 मार्च को विश्वास मत के दौरान 48 विधायकों का समर्थन सरकार को था तीन सदस्य उसमें से अब काम हो गए हैं।
संख्या बल नहीं होने के चलते नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।
राज्यपाल को संज्ञान लेना चाहिए कि प्रदेश में विधायकों की खरीद फरोख्त हो सकती है।
इस तरह की चर्चाएं हैं कि अल्पमत से बचने के लिए एक दो विधायकों के इस्तीफे भी भी करवा दिए जाएं।
राज्यपाल सरकार बर्खास्त कर चुनाव करवाए।
सरकार की प्लॉट देने की योजना पर दीपेंद्र हुड्डा की प्रतिक्रिया।
10 साल तक सत्ता में रहने के दौरान बीजेपी को एक बार भी गरीब दलित और पिछड़ों की याद नहीं आई।
लोकसभा चुनाव के नतीजे देखकर इनको अब यह वर्ग याद आए हैं।
जनता जानती है कि यह सिर्फ विधानसभा चुनाव जीतने की कवायत है जनता भाजपा सरकार से परेशान है।
हरियाणा में आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन लोकसभा चुनाव तक ही था।
कांग्रेस प्रदेश की 90 सीटों पर अकेले लड़ने में सक्षम है।