पिछली लोकसभा में भी अमीर सांसदों की कोई कमी नहीं थी. लेकिन आप जानकर हैरान होंगे कि नई संसद में धनकुबेर सांसदों की संख्या ज्यादा हो गई है. चुनाव अधिकार संस्था एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक विश्लेषण के अनुसार, 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने वाले 93 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं.
2019 में यह संख्या 88 और 2014 में 82 प्रतिशत थी. एक और दिलचस्प बात है कि टॉप-3 अमीर सांसद एक ही पार्टी के हैं.
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, शीर्ष तीन सबसे अमीर उम्मीदवारों में आंध्र प्रदेश के गुंटूर से जीते टीडीपी के चंद्र शेखर पेम्मासानी हैं, जिनकी कुल संपत्ति 5,705 करोड़ रुपये है. तेलंगाना के चेवेल्ला से भाजपा के कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी की कुल संपत्ति 4,568 करोड़ रुपये है और हरियाणा के कुरूक्षेत्र से सांसद भाजपा के नवीन जिंदल की कुल संपत्ति 1,241 करोड़ रुपये है. विश्लेषण में यह भी पता चला कि 543 विजयी उम्मीदवारों में से 504 करोड़पति हैं. यानी 93% सांसद धनकुबेर हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, 2009 से लगातार यह वृद्धि हो रही है. तब केवल 58 प्रतिशत सांसद करोड़पति थे. एडीआर के अनुसार, बीजेपी के 240 विजयी उम्मीदवारों में से 227 यानी 95 फीसदी, कांग्रेस के 99 में से 92 यानी 93 फीसदी, डीएमके के 22 में से 21 यानी 95 फीसदी और टीएमसी के 27 यानी 93 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं. समाजवादी पार्टी के 92 फीसदी प्रत्याशियों ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है. आप के तीन सांसद, जेडीयू के 12 और टीडीपी के सभी विजयी उम्मीदवार करोड़पति हैं. विश्लेषण में ये भी पता चला कि करोड़पति उम्मीदवार की जीत की संभावना 19.6 प्रतिशत थी. जबकि कम संपत्ति वाले उम्मीदवार के जीत की संभावना केवल 0.7 प्रतिशत थी.