Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी के भाषण चर्चा के विषय रहे। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि सधे हुए अंदाज में उन्होंने प्रधानमंत्री के आरोपों का जवाब दिया। कांग्रेस के मुताबिक प्रियंका ने प्रधानमंत्री व भाजपा के नैरेटिव को अपने बेबाक भाषणों से धराशायी किया। प्रियंका के भाषणों की संवाद, बातचीत की शैली, सौम्यता, सादगी एवं विनम्रता इस दौरान जनता की पसंद बनी।
गुरुवार को प्रियंका गाधी वाड्रा ने लोकसभा चुनाव अभियान की समाप्ति एक रोड शो के साथ हिमाचल प्रदेश के सोलन में की। इससे पहले गुरुवार को ही उन्होंने जाखू मंदिर, हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर अंतिम रोड शो सोलन में किया। कांग्रेस पार्टी के मुताबिक 55 दिनों के इस चुनाव अभियान में प्रियंका ने 108 जनसभाओं एवं रोड शो में हिस्सा लिया। अमेठी और रायबरेली में हज़ारों कार्यकर्ताओं के दो सम्मेलनों को भी उन्होंने संबोधित किया।
रायबरेली और अमेठी में चलाया सबसे तेज अभियान
चुनाव अभियान के दौरान प्रियंका ने 100 से अधिक मीडिया बाइट्स, 5 प्रिंट मीडिया इंटरव्यू, 1 टीवी इंटरव्यू भी किया। कांग्रेस का मानना है कि प्रियंका गांधी ने हर दिन 2-3 जनसभाओं और रोड शो के जरिए चुनाव अभियान को धार दी। सबसे तेज अभियान उन्होंने रायबरेली और अमेठी में चलाया। यहां उन्होंने हर दिन औसतन 8-10 सभाओं, स्वागत समारोह और रोड शो में हिस्सा लिया।
प्रियंका ने यूपी चुनाव अभियान का जिम्मा उठाया
उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में डेरा डालकर प्रियंका ने चुनाव अभियान का जिम्मा उठाया। कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने कर्नाटक और केरल के भी चुनाव अभियान में जान फूंकी। असम और त्रिपुरा की सबसे महत्वपूर्ण सीटों पर चुनाव अभियान किया। उत्तराखंड के गढ़वाल व कुमाऊं, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा व उत्तर महाराष्ट्र, कर्नाटक के मैसूर कर्नाटक, कल्याण कर्नाटक, कित्तूर कर्नाटक, पंजाब के मालवा क्षेत्रों की सीटों को भी कवर किया।