नई दिल्ली/टीम डिजिटल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार शाम से देश के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित कन्यकुमारू के प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे की ध्यान साधना शुरू की।
कन्याकुमारी पहुंचने के बाद उन्होंने भगवती अम्मन मंदिर में पूजा- अर्चना की।
उसके बाद वो नौका पर सवार होतक तट से करीब 500 मीटर दूर समुद्र में चट्टान पर स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे और ध्यान शुरू किया जो एक जून तक चलेगा। रॉक मेमोरियल पहुंचने के बाद उन्होंने ध्यान मंडपम में अपना ध्यान शुरू किया।45 घंटे के दौरान पीएम मोदी सिर्फ तरल आहार लेंगे। वो नारियल पानी और अंगूर का सेवन करेंगे। प्रधानमंत्री इस दौरान मौनव्रत का पालनो करेंगे।
स्वामी विवेकानंद की याद में ही बनाया बनाया गया है, जिन्होंने देशभर का दौरा करने के बाद 1892 के अंत में समुद्र के अंदर इन चट्टानों पर तीन दिन ध्यान लगाया था और विकसित भारत का सपना देखा था।
माता पार्वती भगवान शिव के लिए साधान किया था इस मेमोरियल की खास बता ये है कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की भी मिलन स्थल है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, वी पार्वती ने इसी स्थान पर एक पैर पर खड़े होकर भगवान शिव का इंतजार किया था। उसी तरह पूरे देश का भ्रमण करने के बाद स्वामी विवेकानंद के ध्यान में भारत माता का विकसित स्वरूप सामने आया था।
2,000 पुलिसकर्मियों के साथ-साथ विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की मौजूदगी है। भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना भी समुद्री सीमाओं पर निगरानी बनाए रखे हुए हैं।