पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पंजाब की जनता को पत्र लिखकर कहा, कहा:
“बीते दस सालों में भाजपा सरकार ने पंजाब, पंजाबियों और पंजाबियत को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है
दिल्ली की सीमाओं पर महीनों तक लगातार इंतजार करते हुए 750 किसान, जिनमें से ज़्यादातर पंजाब के थे, शहीद हो गए।
लाठी और रबर की गोलियां ही काफी नहीं थीं, बल्कि प्रधानमंत्री ने संसद में किसानों को “आंदोलनजीवी” और “परजीवी” कहकर उन पर मौखिक हमला किया
2022 के किसानों की आय दुगना करने की बात थी।