ब्रसेल्स: रूस के साथ जंग लड़ रहा यूक्रेन अन्य देशों से मदद की आस लगाए बैठा है। यूक्रेन को अमेरिका समेत अन्य देशों से मदद भी मिल रही है। हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन की बड़े स्तर पर सहायता की है।
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को यूरोपीय संघ के तीन देशों की यात्रा के दौरान एक अरब अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता का आश्वासन मिला है। भले ही जेलेंस्की को मदद का भरोसा मिला हो लेकिन रूस का रुख भी इसे लेकर स्पष्ट है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है कि अगर पश्चिमी देशों से मिले हथियारों से उनके देश पर हमला किया गया तो जंग एक नया खतरनाक मोड़ ले लेगी।
बेल्जियम देगा एफ-16 लड़ाकू विमान
बेल्जियम ने रूस से जंग लड़ रहे यूक्रेन को मदद देने का वादा किया है उसने अगले चार वर्षों में यूक्रेन को 30 एफ-16 लड़ाकू विमान देने की प्रतिबद्धता जताई है। इसे लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, ‘‘हम इसी साल युद्ध के मैदान में एफ-16 लड़ाकू विमान का उपयोग करेंगे और इस तरह से (जंग में) अपनी स्थिति मजबूत करेंगे।’’
भड़क सकती है जंग
इस बीच उज्बेकिस्तान की यात्रा के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संवाददाताओं से कहा कि अगर यूक्रेन ने पश्चिमी देशों की तरफ से उपलब्ध कराई गई लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग रूसी क्षेत्र पर हमला करने के लिए किया तो जंग और भड़क सकती है। उन्होंने नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) को चेतावनी दी कि ऐसी सूरत में उसे संभावित परिणामों को लेकर सजग रहना चाहिए।
क्या है रूस की योजना
यहां यह भी बता दें कि, हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि यूक्रेन के खारकीव क्षेत्र में रूस के हमले का उद्देश्य एक ‘बफर जोन’ बनाना है, शहर पर कब्जा करने की उसकी कोई योजना नहीं है। चीन के हार्बिन के दौरे पर पत्रकारों से बात करते हुए पुतिन ने कहा था कि रूस के बेलगोरोद क्षेत्र में यूक्रेन की गोलाबारी के जवाब में रूस ने खारकीव क्षेत्र में हमले किए हैं। (एपी)