पंचकूला : हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री कर्णदेव कंबोज ने कहा कि योग भारत की प्राचीन धरोहर है। इससे कई प्रकार के असाध्य रोगों का इलाज संभव है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से आज योग को विश्व में अंतरराष्ट्रीय स्तर की मान्यता मिली है। संयुक्त राष्ट्र महासंघ ने भी प्रस्ताव पारित कर भारत की प्रतिबद्धता पर अपनी मोहर लगाई है।
कंबोज आज पंचकूला के सैक्टर सात स्थित दिव्य योग साधना मंदिर में योग मार्तण्ड योगेश्वर स्वामी देवी दयाल महाराज के जन्म दिवस पर आयोजित दो दिवसीय विशाल योग महा सम्मेलन के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज योग न केवल भारत बल्कि विश्व के कोने-कोने में चर्चा का विषय है। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चण्डीगढ के कैपिटल कम्पलैक्स में लोगों के साथ बैठकर योग किया था, जिसमें उन्हें स्वयं भी भाग लेने का अवसर मिला था। हर कोई प्रधानमंत्री के योग का कायल था।
उन्होंने दिव्य योग मंदिर के प्रयासों की सराहना की जो पिछले 50 वर्षों से विभिन्न स्थानों पर योग साधना केन्द्र चलाकर लोगों को योग के प्रति जागरुक कर रहा है।
पंचकूला के विधायक एवं मुख्य संचेतक ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि आधुनिक युग की भागदोड की जिंदगी में योग कई प्रकार की बीमारियों व व्यसनों से दूर रखने में मदद करता है। लोगों को अपनी दिनचर्या में जहां तक संभव हो योग साधना के लिए समय निकालना चाहिए। योग गुरु बाबा रामदेव व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को विश्व के कोने-कोने तक फैलाया है। यहां तक कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी योग साधना से जुडे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्या, डीपी सोनी, पार्षद सीबी गोयल, दिव्य योग मंदिर के अन्य पदाधिकारी व विभिन्न प्रदेशों से आए बडी संख्या में योग साधक उपस्थित थे।