साल 2021 में आयोजित टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारत ने इतिहास का अपना सबसे बड़ा दल भेजा और सबसे ज्यादा मेडल भी जीते। हालांकि पदकों की संख्या सिर्फ 7 रही, जिसमें नीरज चोपड़ा को गोल्ड मेडल, हॉकी मेंस टीम का कांस्य पदक, पीवी सिंधू का कांस्य पदक, लवलीना बोर्गोहेन, मिराबाई चानू, रवि कुमार दहिया और बजरंग पूनिया के पदक शामिल थे। इस दौरान दुनिया के नंबर वन पहलवान दीपक पुनिया से उम्मीदें टूट गई थीं तो शूटर्स ने काफी निराश किया था लेकिन इस बार भारतीय एथलीट पूरी तैयारी के साथ इतिहास रचने के लिए तैयार हैं।
टोक्यो से भी बड़ा दल जाएगा पेरिस?
इस बार टीम इंडिया इससे भी बड़ा दल भेजने की तैयारी में है और अब तक 60 एथलीट्स पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल कर चुके हैं। बैडमिंटन में सात्विकसाईराज रैंकिरेड्डी और चिराग शेट्टी ने पिछले कुछ सालों में अच्छा प्रदर्शन किया है तो सिंगल्स में लक्ष्य सेन ने अलग पहचान बनाई है। पीवी सिंधु और एचएस प्रणॉय से भी इस बार पदक की उम्मीद होगी। प्रियंका गोस्वामी पिछले ओलंपिक में मामूली अंतर से चुक गई थीं इस बार वह पदक के साथ देश लौटना चाहेंगी। चाइनीज पैडलर्स से पार पाने में सफल रहे तो भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों को भी पदक मिल सकता है।
शूटिंग में रिदम सांगवान, मनू भाकर और मेहूली घोष पर सबकी नजरें रहेंगी। एथलेटिक्स में सबसे बड़ी उम्मीद नीरज चोपड़ा होंगे तो किशोर जेना भी उनके साथ पोडियम पर नजर आ सकते हैं। इसके अलावा 4×400 मीटर रिले रेस में मोहमम्द अनस एंड टीम कमाल कर सकती है। लॉन्ग जंप में मुरली श्रीशंकर से उम्मीदें हैं तो अविनाश साबले 3000 स्टिपलचेज में इतिहास रच सकते हैं। बॉक्सिंग में लवलिना बोर्गोहेन, निकहत जरीन और अंतिम पंघल से उम्मीदें होंगी तो मेंस कटेगरी में बजरंग पूनिया और रवि दहिया एक कदम और आगे जाना चाहेंगे, हालांकि इनका क्वालीफिकेशन अभी बाकी है।
टोक्यो ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाले भारतीय
मिराबाई चानू: सिल्वर मेडल- वेटलिफ्टिंग
लवलिना बोर्गोहेन: ब्रॉन्ज मेडल- बॉक्सिंह
पीवी सिंधु: ब्रॉन्ज मेडल- बैडमिंटन
रविकुमार दहिया: सिल्वर मेडल- रेसलिंग
बजरंग पूनिया: ब्रॉन्ज मेडल- रेसलिंग
भारतीय मेंस हॉकी टीम: ब्रॉन्ज मेडल- फील्ड हॉकी
नीरज चोपड़ा: गोल्ड मेडल- जैवलिन थ्रो