भारत की तरक्की पाकिस्तान (Pakistan) को फूटी आंख नहीं सुहाती लेकिन अब पाकिस्तान के ही नेता अपने मुल्क के पिछड़ेपन से बेहद खफा है और इसका ठीकरा पाकिस्तान की सरकार पर फोड़ रहे हैं। पाकिस्तान के सांसद सैयद मुस्तफा कमाल (Syad Mustafa Kamal) ने तो पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में भरी सभा में पाकिस्तान की बखिया उधेड़ दी और भारत की जमकर तारीफ की। कमाल ने भारत के चंद्रमा लैंडिंग मिशन का जिक्र किया और भारत की उपलब्धियों और कराची में अनिश्चित स्थिति के बीच तुलना की।
پاکستان میں 2 کروڑ 62 لاکھ بچے اسکول نہیں جاتے، یہ تعداد 70 ممالک کی آبادی سے زیادہ ہے، اتنے زیادہ غیر تعلیم یافتہ بچے ہماری ساری اکنامک ڈویلپمنٹ کو تباہ و برباد کر دیں گے۔ سید مصطفیٰ کمال#Pakistan #Sindh #Karachi #MQMP #MustafaKamal #Nation #NationalAssembly #Parliament pic.twitter.com/maZ4RtV8m3
— Syed Mustafa Kamal (@KamalMQM) May 15, 2024
पाकिस्तान की मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) नेता ने कहा कि जब भारत चंद्रमा पर उतर रहा है और यहां पाकिस्तान में कराची खुले गटर में गिरकर बच्चों के मारे जाने की खबर बना रहा है। कमाल ने कहा कि “आज कराची में हालत ये है कि जहां दुनिया चांद पर जा रही है, वहीं कराची में बच्चे गटर में गिरकर मर रहे हैं और ठीक दो सेकेंड बाद उसी स्क्रीन पर खबर चलती है कि भारत चांद पर उतरा है। उन्होंने कराची में ताजे पानी की कमी पर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किय़ा। उन्होंने कहा कि कराची में 70 लाख और पाकिस्तान में 2.6 करोड़ से ज्यादा बच्चे हैं, जो स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।
“कराची पाकिस्तान का राजस्व इंजन है। अपनी स्थापना के बाद से पाकिस्तान में दो बंदरगाह चालू हैं, दोनों कराची में हैं। कराची पूरे पाकिस्तान, मध्य एशिया से लेकर अफगानिस्तान तक का एंट्री गेट है। कराची को सरकार ने थोड़ा सा ताजा पानी दिया गया लेकिन यहां तक वो पानी पहुंचा उससे पहले ही टैंकर माफिया उसे लूट ले गए।
सांसद ने कहा कि “हमारे पास कुल 48,000 स्कूल हैं, लेकिन एक नई रिपोर्ट कहती है कि उनमें से 11,000 ‘भूतिया स्कूल’ हैं। सिंध में 70 लाख बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं और देश में कुल 2,62,00,000 बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं पाकिस्तानी सांसद ने कहा, ‘स्कूल मत जाओ…अगर हम सिर्फ इसी पर ध्यान केंद्रित करेंगे तो देश के नेताओं को ठीक से नींद भी नहीं मिलनी चाहिए।’
बता दें कि पाकिस्तान इस समय आर्थिक संकट, उच्च मुद्रास्फीति और बढ़ते कर्ज से जूझ रहा है। IMF ने उसे हाल ही में नया कर्ज देने का ऐलान किया है।