Haryana News: हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पाेरेशन ने राज्य के सभी 715 पुलिस थानों और चौकियों में एक व्यापक सीसीटीवी कैमरा सिस्टम सफलतापूर्वक स्थापित कर राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
इसमें 333 पुलिस चौकियां और 382 पुलिस स्टेशन शामिल हैं। जिससे राज्य में पहले की अपेक्षा और अधिक निगरानी बढ़ेगी और सुरक्षा का दायरा व्यापक होगा।
यह जानकारी पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान दी गई। इस बैठक में पुलिस थानों में अत्याधुनिक निगरानी ढांचा विकसित करने सहित इससे संबंधित कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
बैठक में बताया गया कि इस मजबूत सुरक्षा ढांचे में 2 हजार 953 स्थिर बुलेट कैमरे और 4 हजार 600 डोम कैमरे शामिल हैं। जो पूरे हरियाणा में व्यापक निगरानी कवरेज प्रदान करते हैं। यह प्रणाली अत्याधुनिक तकनीकी क्षमताओं से सुसज्जित है। जिसमें दस्तावेज़ीकरण और जांच में सहयोग के लिए 18 महीने की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग की क्षमता शामिल है। पुलिस थानों के लिए समर्पित सर्वर स्टोरेज समाधान और पुलिस चौकियों के लिए एनवीआर स्टोरेज दक्षता से डेटा प्रबंधन सुनिश्चित करते हैं।
पंचकूला में ईआरएसएस-112 में एक केंद्रीय स्वास्थ्य निगरानी प्रणाली वास्तविक समय में सिस्टम निगरानी और अलर्ट इनेबल बनाता है। जिससे उच्चतम कार्यक्षमता सुनिश्चित होती है। इसके अतिरिक्त 10 घंटे के बैकअप के साथ एक निर्बाध बिजली आपूर्ति, बिजली आउटेज के दौरान भी निरंतर निगरानी संचालन की गारंटी देती है। सिस्टम के निर्बाध एकीकरण और कार्यक्षमता को सत्यापित करने के लिए वर्तमान में कठोर परीक्षण चल रहा है। जिसका पूर्ण संचालन10 जून 2024 के लिए निर्धारित है।
यह परियोजना दिसंबर-2020 में सर्वाेच्च न्यायालय के एक निर्देश की अनुपालना में शुरू की गई थी। जिसका उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा को बढ़ावा देना और पुलिस प्रभावशीलता को बढ़ाना था। जनवरी 2022 में राज्य सरकार की मंजूरी के बाद, एचपीएचसी ने 106 करोड़ रुपए की परियोजना शुरू की। जिसमें भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम मेसर्स ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को एक पारदर्शी ई-निविदा प्रक्रिया के माध्यम से सिस्टम इंटीग्रेटर के रूप में चुना गया।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना का सफल समापन प्रबंध निदेशक डॉ. आरसी मिश्रा, आईपीएस के नेतृत्व में एचपीएचसी इंजीनियरिंग टीम के समर्पण और विशेषज्ञता का प्रमाण है। अमिताभ ढिल्लों आईपीएस एडीजीपी और कमल दीप गोयल आईपीएस एआईजी के अमूल्य समर्थन ने समय पर स्थापना, सावधानी पूर्वक परीक्षण और व्यापक सीसीटीवी नेटवर्क के निर्बाध एकीकरण को सुनिश्चित किया है।