हिसार संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी चौ. रणजीत सिंह ने कहा कि जब हमारी पहली सभा खारियां में थी तो उस वक्त बतौर मुख्यमंत्री मनोहर लाल आए थे और जब मांग पत्र रखाा गया था तो इन्होंने मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया था और आज उन्हीं की बदौलत रानियां विकास की मुख्यधारा से जुड़ा है। चौ. रणजीत सिंह ने कहा कि उनके पिता चौ. देवीलाल ने कांग्रेस छोड़ी और वे दो बार 1977 और 1987 में भाजपा की बदौलत ही चौ. देवीलाल मुख्यमंत्री बने थे। कांग्रेस ने उन्हें कभी मान-सम्मान नहीं दिया। रणजीत सिंह ने कहा कि लोगों के कहने पर वे 2019 में रानियां से आजाद चुनाव लड़े और विधायक बने और मनोहर लाल ने उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया। घग्गर का पानी इसी सरकार ने दिया जो कि किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे वहीं रणजीत समझें जब मैं खारियां में था इसलिए डा.अशोक तंवर को जितवाएं। इस चुनाव में मैं हिसार से और मनोहर लाल करनाल से और डा. अशोक तंवर सिरसा से जीतेंगे। उन्होंने कहा कि ये मेरा हलका है, इसलिए सभी ने अपना अपना वोट सिरसा से डा. तंवर को डालना है। संसद चला जाऊं, मगर मैं रानियां हलका फिर भी देखता रहूंगा, इसलिए मेरी लाज रख लेना। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा पर तंज कसते हुए कहा कि ये तो चली जाएंगी जबकि रानियां मेरा ही हलका है और मैंने यहां काम करना है। मुझे कैबिनेट में लाने वाले मनोहर लाल ही थे और हिसार संसदीय सीट के लिए भी उन्होंने मेरे पर ही भरोसा जताया, इसलिए आप सभी भी इस भरोसे को और बड़ा करते हुए यहां से भाजपा के पक्ष में मतदान करें।