कनाडा की पुलिस ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल कुछ लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस ने हत्या और साजिश के आरोप में कमलप्रीत सिंह, करणप्रीत सिंह और करन बरार को गिरफ्तार किया है। निज्जर की पिछले साल 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित सरे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस बीच कनाडा की एक मीडिया सीबीसी न्यूज ने कनाडाई पुलिस के हवाले से यह दावा किया है कि निज्जर के हत्यारों का भारत की जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से कनेक्शन है। सीबीसी न्यूज में एक बार फिर भारत सरकार पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया गया है।
सीबीसी न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि संदिग्ध छात्र वीजा पर कनाडा पहुंचे थे, लेकिन जब उन्होंने निज्जर को गोली मारी उस समय शायद भारतीय खुफिया एजेंसियों के निर्देश पर काम कर रहे थे। इसके साथ ही कनाडा पुलिस इस मामले में तीन अन्य हत्याओं की भी जांच कर रही है, जिनमें पिछले साल 20 सितंबर को सुखदूल सिंह गिल और 9 नवंबर को एडमोंटन में हरप्रीत उप्पल और उनके 11 साल के बेटे की हत्याएं शामिल हैं।
सीबीसी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि जांचकर्ताओं ने कई महीने पहले ही संदिग्ध की पहचान कर ली थी। हालांकि, हैरान करने वाली बात है कि निज्जर की हत्या के मामले में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार का नाम लिया था लेकिन गिरफ्तारी के बाद आए कनाडा पुलिस के बयान में भारत के खिलाफ किसी सबूत का जिक्र नहीं किया गया। कनाडा की केंद्रीय पुलिस एजेंसी केंद्रीय रॉयल कनाडा माउंट पुलिस (RCMP) के असिस्टेंट कमिश्नर डेविड टेबाउल ने कहा, कि निज्जर की हत्या में शामिल होने के आरोप में 3 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में एक अलग जांच की जा रही है जो इन गिरफ्तार लोगों से संबंधित नहीं है। इन प्रयासों में भारत सरकार के कनेक्शन (हत्या के मामले में) की जांच करना भी शामिल है।