धार्मिक नगरी उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध भगवान महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान होली खेलते वक्त आग लग गई थी। इस घटनाक्रम में लगभग 14 पुजारी और सेवक घायल हुए थे, जहां सभी को इलाज के लिए इंदौर के अरविंद अस्पताल लाया गया है।
वहीं CM डॉ. मोहन यादव और कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय व तुलसी सिलावट ने अरविंदो अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल-चाल जाना है।
CM मोहन यादव घायलों का हाल जानने अरविंदो हॉस्पिटल पहुंचे जहां उन्होंने श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भस्म आरती के दौरान हुई दुर्घटना में घायलों के बेहतर उपचार की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं, साथ ही कहा की, घायलों को एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि भी उपलब्ध कराई जाएगी। बाबा महाकाल की कृपा से किसी प्रकार की बड़ी हानि नहीं हुई है, लेकिन भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटना दोबारा न हो, इसके लिए उचित प्रबंध किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी
भस्म आरती के दौरान महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी आग पर मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव का कहना है, “…कुछ पुजारी घायल हो गए हैं, और उन्हें इंदौर और उज्जैन के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मैं वहां जा रहा हूं।” यह भगवान का आशीर्वाद है कि, यह कोई बड़ी घटना नहीं हुई, लेकिन जो कुछ भी हुआ है, मैंने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं, और यह सुनिश्चित करूंगा कि ऐसी चीजें दोबारा न हों। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
कुछ इस तरह हुआ हादसा
हादसा महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान हुआ, जब भस्म आरती के दौरान गुलाल डालने से आग पकड़ ली, जिसमें पुजारी सहित 13 लोग घायल हो गए। 8 लोगों को इंदौर रेफर किया गया, समय रहते आग पर काबू पाया गया, घायलों से मिलने उज्जैन के आला अधिकारी अस्पताल पहुंचे। श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में सोमवार भस्म आरती के दौरान हुई आगजनी की घटना के उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना और अपर कलेक्टर उज्जैन अनुकूल जैन द्वारा संपूर्ण घटना की जांच की जाएगी। कलेक्टर सिंह ने 3 दिन में जांच समिति को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।