Delhi Liquor Policy Scam Case: कथित आबकारी नीति घोटाला मामले में ईडी के टीम दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को दसवां समन देने पहुंची है। सूत्रों के मुताबिक फ़िलहाल उनके घर के भीतर 6-8 अफसर मौजूद हैं। अफसरों ने उनके घर की तलाशी भी ली। बताया जा रहा है कि केजरीवाल के घर के बाहर रैपिड ऐक्शन फोर्स और दिल्ली पुलिस की भारी तैनाती की गयी है। वहीं, दिल्ली हाई कोर्ट ने शराब नीति मामले में गुरुवार को गिरफ्तारी से सुरक्षा देने की मांग वाली अरविंद केजरीवाल की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। ईडी ने सीएम अरविन्द केजरीवाल को नौवां समन भेजा था, जिसमें उन्हें गुरुवार को ईडी के समक्ष पेश होना था, लेकिन केजरीवाल इसके खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट चले गए। सुनवाई के बाद कोर्ट ने राहत देने से इनकार करते हुए कहा, “हम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर कोई अंतरिम सुरक्षा नहीं दे सकते।”
भगवंत मान ने एक्स पर पोस्ट किया
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘बीजेपी की राजनीतिक टीम, केजरीवाल की सोच को कैद नहीं कर सकती…क्योंकि AAP ही BJP को रोक सकती हैं।। सोच को कभी भी दबाया नहीं जा सकता’
वहीं दिल्ली कैबिनेट में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पत्रकारों को बताया कि “जिस तरह से पुलिस सीएम के घर के अंदर है और किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं है, सभी का फोन जब्त कर लिया गया है, उससे लगता है कि सीएम आवास पर छापा मारा गया है। ऐसा लगता है कि सीएम को गिरफ्तार करने की तैयारी है।”
इस मामले पर मंत्री आतिशी ने कहा, “यह स्पष्ट है कि ईडी और बीजेपी अदालतों का सम्मान नहीं करते हैं। अगर ऐसा होता तो वे आज ही अरविंद केजरीवाल के आवास पर छापा मारने नहीं आते। यह एक राजनीतिक साजिश है और वे अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के लिए यहां आए हैं।”
केजरीवाल को ईडी नौ समन भेज चुकी है
इससे पहले केजरीवाल ने कोर्ट से कहा था कि वो ईडी के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्हें भरोसा दिया जाए कि जांच एजेंसी उन्हें गिरफ्तार नहीं करेगी। इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने ईडी को जवाब देने और नई अंतरिम याचिका दायर करने के लिए भी कहा है। मामले की अगली सुनवाई 22 अप्रैल को होगी। केजरीवाल को ईडी नौ समन भेज चुकी है। केजरीवाल को 17 मार्च को 9वां समन भेजा गया था। 19 मार्च को समन के खिलाफ केजरीवाल हाईकोर्ट पहुंच गए थे। उनकी याचिका पर 20 मार्च को सुनवाई हुई थी। कोर्ट ने बार-बार समन भेजने को लेकर ईडी को भी तलब किया था।
…तो सीधा गिरफ्तार क्यों नहीं करते
ईडी की ओर से जब दिल्ली हाई कोर्ट में दलील दी गई कि ये कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। समन भेजकर जब बुलाया जाता है तो विपसना में कभी भी चले जाते हैं लेकिन प्रवर्तन निदेशालय के पास नहीं आते हैं। ईडी की टीम उनका पक्ष जानना चाहती है लेकिन वो हाजिर नहीं होते। तमाम सवालों पर कोर्ट ने ईडी को कहा कि आप इतने समन भेज रहे हैं तो सीधा गिरफ्तार क्यों नहीं करते।