सियासी हलचल के बीच दुष्यंत चौटाला ने भी बैठक बुलाई है. जेजेपी के पास 10 विधायक हैं. इनमें से तीन विधायक बैठक में नहीं पहुंचे हैं. देवेन्द्र बबली, राम निवास और राम कुमार गौतम बैठक में नहीं पहुंचे हैं.
हरियाणा के सिरसा से विधायक और लोकहित पार्टी के अध्यक्ष गोपाल कांडा ने कहा कि मेरा मानना है कि ये गठबंधन (बीजेपी और जेजेपी) टूट चुका है. वगैर जेजेपी के भी हरियाणा में सरकार बनी रहेगी. सभी निर्दलीय विधायक बीजेपी का समर्थन जारी रखेंगे.
क्यों टूटा बीजेपी जेजेपी गठबंधन?
हरियाणा में बीजेपी और दुष्यंत चौटाल की पार्टी JJP के बीच गठबंधन टूट गया है. सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला की पार्टी की तरफ से 2 सीट की मांग की जा रही थी. बीजेपी नेतृत्व एक सीट देने की बात मानने को तैयार था. पर दुष्यंत 2 सीट पर अड़े थे. वहीं बीजेपी प्रदेश नेतृत्व 10 सीट पर लड़ना चाहती थी, क्योंकि सभी सीटों पर उसके सांसद हैं. ऐसे में अब दोनों दलों का गठबंधन टूट गया है.