विधानसभा के सदन से वॉकआउट पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कांग्रेस की जमकर खिंचाई की। चौटाला ने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ सदन का कीमती समय बर्बाद करने का काम किया है। उन्होंने कहा की ये पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस के विधायकों ने वॉकआउट किया है।
कांग्रेसी सदन छोड़कर चले जाते है इसलिए सदन को कांग्रेस के खिलाफ रेजोल्यूशन लाना चाहिए।
हरियाणा विधानसभा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को जमीन अधिग्रहण से जुड़े मामलों पर विपक्ष की टिप्पणी को लेकर पलटवार किया। डिप्टी सीएम चौटाला ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में रोहतक के एक प्रॉपर्टी डीलर के विरुद्ध हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था। ऐसे में राज्य सरकार को रोहतक में हुए इस विवादित जमीन सौदे की उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए।
कांग्रेस के वॉकआउट पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कांग्रेस अपनी बात रखकर सदन का समय बर्बाद करती है और मौका आने पर कांग्रेसी सदन छोड़कर चले जाते है इसलिए सदन को कांग्रेस के खिलाफ रेजोल्यूशन लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मौजूदा बीजेपी-जेजेपी प्रदेश सरकार ने कभी भी पूर्व कांग्रेस सरकार की तरह सोच नहीं रखी। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस अपनी ‘मिनिमम सपोर्ट टू पीपल’ पॉलिशी के चलते सिमट कर गई। जबकि बीजेपी- जेजेपी गठबंधन ने ‘मैक्सिमम सपोर्ट टू पीपल’ के तहत हरियाणा में काम किया, जिसके चलते कोरोना महामारी, किसान आंदोलन के बावजूद गठबंधन सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग, हर क्षेत्र में पब्लिक की सपोर्ट करते हुए निरंतर प्रदेश को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया है।
कांग्रेस पर तंज कसते हुए डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि पहले लोग विज्ञापन के जरिए हरियाणा नंबर-1 का दावा करते थे, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं दिखता था। यही कारण था कि जनता ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया।