नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल विधानसभा का बजट सत्र बृहस्पतिवार को ‘राज्य गीत’ बजाए जाने और भाजपा विधायकों द्वारा राष्ट्रगान गाए जाने को लेकर हुए हंगामे के बीच शुरू हुआ। विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने सदन में प्रवेश करने के बाद अधिकारियों को राज्य बजट सत्र की शुरुआत से पहले राज्य गीत ”बांग्लार माटी बांग्लार जल” बजाने का निर्देश दिया।
‘राज्य गीत’ बजते ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक खड़े हो गए और राष्ट्रगान गाने लगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने राष्ट्रगान का अपमान किया। उन्होंने कहा, ‘‘जब राज्य गीत बज रहा हो तो भाजपा द्वारा राष्ट्रगान गाना राष्ट्रगान का अपमान है।” भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने पलटवार करते हुए कहा कि राष्ट्रगान हमेशा किसी भी सरकारी कार्यक्रम या बजट सत्र की शुरुआत और अंत दोनों में गाया जाता है। पश्चिम बंगाल सरकार ने पिछले महीने एक अधिसूचना जारी कर बंगाली नव वर्ष के पहले दिन ‘पोइला बोइसाख’ को ‘राज्य दिवस’ और नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित ‘बांग्लार माटी बांग्लार जल’ को ‘राज्य गीत’ घोषित किया था।
पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने बृहस्पतिवार को वित्त वर्ष 2024-25 का बजट पेश करते हुए सामाजिक कल्याण और रोजगार के लिए कई नीतियों का ऐलान किया। भट्टाचार्य ने विधानसभा में अगले वित्त वर्ष के लिए बजट पेश करते समय केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल की ‘वित्तीय नाकेबंदी’ करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 3,66,166 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। इसमें ‘लक्ष्मीर भंडार’ योजना के तहत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों के लिए मासिक वित्तीय सहायता को बढ़ाकर 1,200 रुपये करने का प्रस्ताव रखा गया है।
इस योजना के तहत अन्य श्रेणियों के लिए वित्तीय मदद को बढ़ाकर 1,000 रुपये कर दिया गया है। पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘केंद्र ने पश्चिम बंगाल की वित्तीय नाकेबंदी कर दी है। लेकिन हम झुकेंगे नहीं। केंद्र सरकार पर राज्य का लगभग 1.18 लाख करोड़ रुपये बकाया है।” उन्होंने राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए मई से अतिरिक्त चार प्रतिशत महंगाई भत्ता (डीए) देने की भी घोषणा की। यह जनवरी माह में घोषित चार प्रतिशत डीए से अलग होगा।