नई दिल्ली : दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार खुद को आम जनता की सरकार बताती है, लेकिन ये आम सरकार के मंत्री और खुद मुख्यमंत्री कितने खास है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 18 महीनों ने केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के 1 करोड़ रुपए सिर्फ चाय-कॉफी में फूंक दिए।
चौंकिए मत, ये हकीकत है। दिल्ली सरकार ने सिर्फ मेहमानवाजी में जनता के 1 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए हैं। सूचना अधिकारके तहत मांगी गई जानकारी के बाद दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने 23 जुलाई को ये जानकारी मुहैया कराई, जिसके मुताबिक फरवरी 2015 से लेकर जुलाई 2016 तक में केजरीवाल सरकार ने मेहमानों की खातिरदारी के लिए चाय, कॉफी और अन्य खाद्य पदार्थों पर कुल 1 करोड़ 9 हजार 643 रुपए खर्च कर दिए।
खर्च करने में अव्वल रहें केजरीवाल
जानकारी के मुताबिक इसमें सबसे अधिक खर्च खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किए। केजरीवाल ने खातिरदारी पर 18 महीनों में 47 लाख 29 हजार 241 रुपए खर्च कर दिए। इसमें से 22 लाख 42 हजार 320 रुपए कार्यालय और 24 लाख 86 हजार 921 रुपए आधार कार्यालय में आने वाले मेहमानों पर खर्च किए, जबकि 3 लाख 91 हजार 615 रुपए पेट्रोल पर खर्च किए गए।
दूसरे नबंर पर कौन ?
खर्च के मामले पर दूसरे नबंर पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया रहे। उन्होंने 18 महीनों में मेहमानों की खातिरदारी पर 11 लाख 28 हजार 429 रुपए खर्च किए, जिसमें से 5 लाख 62 हजार 125 रुपए कार्यालय पर और 5 लाख 66 हजार 304 रुपए आधार कार्यालय पर खर्च किए गए।
तीसरे पायदान पर कौन?
- तीसरे पायदान पर रहे आप सरकार के परिवहन मंत्री, जिन्होंने 18 महीनों में 11 लाख 6 हजार 272 रुपए खर्च किए।
- जबकि महिला एवं बाल कल्याण विकास मंत्रालय ने मेहमानों पर 9 लाख 11 हजार 179 रुपए खर्च किए।
- वहीं स्वास्थ्य मंत्रायल ने 9 लाख 10 हजार 311 रुपए खर्च किए।
- जबकि पर्यटन मंत्री ने मेहमानों पर 6 लाख 30 हजार 90 रुपए किए।