प्रदेश भर में शीतलहर को देखते हुए योगी सरकार निराश्रित वृद्धजनों का सहारा बन रही है। सरकार की ओर से इस सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अभियान चला कर निराश्रित वृद्धजनों को वृद्धाश्रमों तक पहुंचाएं, ताकि शीतलहर से निराश्रित वृद्धजनों को बचाया जा सके। यही नहीं, आम नागरिक भी निराश्रित वृद्धजनों की सूचना एल्डर लाइन 14567 अथना पुलिस विभाग की आपात सेवा यूपी-112 पर दे कर सहायता कर सकते हैं।
पुलिस विभाग करेगा सहयोग समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने डीजीपी को पत्र लिख कर निराश्रित वृद्धजनों के सर्वेक्षण और उनको ससम्मान वृद्धाश्रमों तक पहुंचाने में सहयोग मांगा है। प्रदेश भर में जिला समाज कल्याण अधिकारी अपने जनपद के पुलिस अधीक्षक/पुलिस आयुक्त से संपर्क कर समन्वय स्थापित करेंगे। रात्रि में गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों को अगर कोई निराश्रित वृद्ध दिखते हैं तो समाज कल्याण विभाग की सहायता से उनको वृद्धाश्रमों तक सम्मान पहुंचाया जाएगा।
वृद्धाश्रमों में उपलब्ध है सभी सुविधाएं
समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में वृद्धाश्रम संचालित किया जा रहा है। इन आश्रमों में वृद्धजनों को खाना, गर्म कपड़े, दवाई, मनोरंजन के साधन आदि उपलब्ध कराया जाता है। यहां डॉक्टर की सुविधा भी उपलब्ध है ताकि जरूरत पड़ने पर बीमार वृद्धजनों का उपचार भी हो सके। समाज कल्याण विभग द्वारा संचालित वृद्धाश्रमों में निराश्रित वृद्धजनों को रखने की पूरी क्षमता है। मंत्री असीम अरुण ने कहा कि योगी सरकार समाज के कमज़ोर, निराश्रित वृद्धजनों की सुरक्षा, स्वास्थ्य व सम्मान के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसके लिए वृद्धाश्रमों में सरकार द्वारा पर्याप्त व्यवस्था की गई है। निराश्रित वृद्धजनों को शीतलहर से बचाया जा सके, इसके लिए अभियान शुरू किया गया है।