तेलंगाना विधानसभा के नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों ने शनिवार को AIMIM विधायक अकबरुद्दीन औवेसी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने के विरोध में पहले दिन तेलंगाना विधानसभा में नहीं आये। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी द्वारा लिए गए निर्णय के बाद भगवा पार्टी के सभी आठ विधायकों ने कार्यवाही का बहिष्कार किया।
विधानसभा चुनाव में 8 सीटें जीती है भाजपा
जी. किशन रेड्डी ने भाजपा कार्यालय में मीडियाकर्मियों से कहा कि हमने 8 सीटें जीती हैं और राज्य में 14% वोट प्रतिशत तक पहुंच गए है। हमेशा से एक वरिष्ठ नेता को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने की एक परंपरा रही है। लेकिन कांग्रेस सरकार ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के साथ एक गुप्त समझौते के तहत अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है।
चूंकि कांग्रेस के पास विधानसभा में मामूली बहुमत है और सरकार कभी भी गिर सकती है, इसलिए उसने AIMIM से हाथ मिलाया है। हम मांग करते हैं कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव इस प्रोटेम स्पीकर के साथ नहीं होना चाहिए। हम यही बात राज्य के राज्यपाल को भी बताएंगे। वहीं, विधायक टी राजा सिंह ने साफ कहा है कि हम अकबरुद्दीन ओवैसी के सामने शपथ नहीं लेंगे।
टी. राजा सिंह ने शपथ लेने से इनकार कर दिया
टी. राजा सिंह पहले भाजपा विधायक थे जिन्होंने अकबरुद्दीन ओवैसी के सामने शपथ लेने से इनकार कर दिया था। पिछली विधानसभा में भी उन्होंने प्रोटेम स्पीकर रहे एआईएमआईएम के मुमताज अहमद खान के सामने शपथ लेने से इनकार कर दिया था। भाजपा के सभी आठ विधायक सुबह भाजपा कार्यालय में एकत्र हुए। किशन रेड्डी ने उनका अभिनंदन किया। पार्टी विधायकों के सदन में शामिल होने के फैसले का विरोध करते हुए राजा सिंह गुस्से में पार्टी कार्यालय से चले गये। ऐतिहासिक चारमीनार में मंदिर की यात्रा के दौरान वह उनके साथ नहीं थे।
अध्यक्ष चुने जाने के बाद शपथ लेंगे भाजपा विधायक
भाजपा विधायकों ने टैंक बंड में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कथित तौर पर विधानसभा जाने की योजना बना रहे थे। हालांकि, उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर अपनी योजना छोड़ दी। इसके बाद, किशन रेड्डी ने एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि पार्टी के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी के सामने शपथ नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि नियमित अध्यक्ष चुने जाने के बाद पार्टी विधायक शपथ लेंगे। बता दें कि ये वहीं, अकबरुद्दीन ओवैसी हैं जिन्होंने एक रैली के दौरान हिंदुओं को लेकर 15 मिनट वाला विवादित बयान दिया था।