भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसदों को दिल्ली के अपने सरकारी बंगले को 30 दिनों के अंदर खाली करने कहा गया है। ये सभी वो सांसद हैं जिन्होंने हाल ही में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अपने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया था।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को कहा कि चुनावी जीत के बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल सहित नौ लोकसभा सांसदों का इस्तीफा उन्होंने स्वीकार कर लिया है। इन सभी ने विधानसभा चुनाव में जीत के बाद अपने लोकसभा सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया।
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार इन सभी सांसदों को 30 दिनों के अंदर अपने-अपने सरकारी बंगले को खाली करने को कहा गया है। इन सभी को सांसद रहते राजधानी दिल्ली में सरकारी बंगले रहने के लिए दिए गए थे। अब जब इन सभी ने अपने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया है तो इन्हें अपने सरकारी बंगले को खाली करने का निर्देश दिया गया है। दो केंद्रीय मंत्रियों के अलावा, इस्तीफा देने वाले अन्य लोकसभा सांसदों में मध्य प्रदेश से राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह और रीति पाठक, राजस्थान से दीया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़, और छत्तीसगढ़ से गोमती साई और अरुण साव हैं। साथ ही राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी इस्तीफा दे दिया है।
इसके अलावा, प्रधान मंत्री की सलाह पर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुंडा को कृषि मंत्रालय और किसान कल्याण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया है। जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर को MoS के रूप में जल शक्ति का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री का प्रभार सौंपा गया था। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार को जनजातीय मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया।