राजस्थान, मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ में मिली जीत के बाद अब हरियाणा बीजेपी (BJP) भी एक्टिव मोड में आ गई है. साल 2024 में लोकसभा के अलावा हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं.
इसको लेकर अब हरियाणा बीजेपी ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. 3 राज्यों में जीत के बाद अब हरियाणा बीजेपी ने चुनावी अभियान में तेजी दिखाई है. वहीं माना अब भी जा रहा है कि जननायक जनता पार्टी (JJP) से बीजेपी हाथ झटकने का सही अवसर देख रही है. जेजेपी के साथ गठबंधन से बीजेपी के कई नेता खुश नहीं है. वो खुले तौर पर जेजेपी से गठबंधन खत्म करने की बात कह चुके हैं. वहीं अब तीन राज्यों में मिली शानदार बीजेपी के बाद चर्चाएं जोरों पर हैं कि क्या बीजेपी-जेजेपी के साथ गठबंधन खत्म करने वाली है.
संभावना ये भी जताई जा रही है कि अगर केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से अनुमति मिली तो खट्टर सरकार के मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकता है.
मंत्रिमंडल में बदलाव के कई कारण हैं. गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज करीब दो महीने से स्वास्थ्य विभाग का कामकाज नहीं देख रहे हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने अनिल विज को बिना जानकारी दिए स्वास्थ्य विभाग की मीटिंग ली थी. तभी से अनिल विज नाराज है और स्वास्थ्य विभाग की फाइलों पर कोई साइन नहीं कर रहे हैं. इसके अलावा साढ़े 4 साल से कुछ निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार को समर्थन दे रखा है तो सरकार उन्हें भी कुछ इनाम दे सकती है. इसके अलावा उन विधायकों को भी कुछ पद दिए जा सकते हैं, जिन्होंने राजस्थान में बीजेपी की जीत में अहम योगदान दिया हो.
जेजेपी विधायकों के विभागों पर चल सकती है कैंची
माना ये भी जा रहा है कि बीजेपी एकदम से जेजेपी से किनारा नहीं करेगी. लेकिन, अगर बीजेपी अब मंत्रिमंडल का विस्तार करती है तो संभावना है कि जेजेपी विधायकों को मिले विभागों पर कैंची चल सकती है. इसे जेजेपी ने अगर बर्दाश्त कर लिया तो ठीक वरना इन दिनों के रास्ते अलग होने की संभावना है.