Ram Mandir Pran Pratishtha: श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के भूतल का निर्माण लगभग पूरा हो गया है.
वहीं तीन प्रमुख मूर्तिकारों के द्वारा रामलला की तीन अलग अलग मूर्ति को तैयार किया जा रहा है. 20 दिसम्बर तक रामलला के एक मूर्ति का भी चयन प्रक्रिया भी पूरा हो जाएगा. वहीं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों में जुटा हुआ है.
ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने बताया कि लार्सन टूब्रो और टाटा और ट्रस्ट की ओर से सेवा दे रहे इंजीनियर आपसी तालमेल से काम कर रहे हैं और आवश्यकता अनुसार प्रत्येक कार्य के लिए अलग अलग कार्यों के मजदूर बढ़ाये जा रहे हैं. आज मंदिर परिसर में 3200 से भी अधिक लेबर कार्य कर रहे हैं. गर्भगृह तैयार हो चुका है. रामलला का विग्रह पूर्णताः की ओर है. मूर्तिकारों ने बताया है कि 8 दिन का फिनिशिंग का कार्य बचा हुआ है. प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा पाठ प्रारम्भ होगा. इसके लिए यज्ञ शाला का निर्माण शुरू हो गया है.
#WATCH | Ayodhya, Uttar Pradesh | General Secretary of Sri Ram Janambhoomi Trust Champat Rai says, "At Ram Janambhoomi temple, a 4'3'' idol depicting the 5-year-old child form of Lord Ram is being constructed at three locations in Ayodhya. Three artisans are building it on three… pic.twitter.com/tDFD2HTjS4
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 6, 2023
पांच साल के बाल रूप में विराजेंगे रामलला
चंपत राय ने कहा, राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान राम के बाल रूप 5 वर्ष का बालक बाल रूप की पत्थर की खड़ी प्रतिमा 4 फीट 3 इंच यह अयोध्या में तीन स्थानों पर बनाई जा रही है. तीन कारीगर तीन अलग-अलग पत्थरों में बना रहे हैं. भगवान जिस किसी के हाथ को स्वीकार कर ले यह पत्थर की प्रतिमाएं लगभग तैयार है 90% तक तैयार हैं. एक सप्ताह का फिनिशिंग वर्क बाकी है.
भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा मंदिर के ग्राउंड फ्लोर के गर्भ ग्रह में होनी है. ग्राउंड फ्लोर लगभग तैयार है, गर्भ ग्रह पूरी तरीके से तैयार है जिससे प्राण प्रतिष्ठा के समय में कोई बाधा नहीं आएगी. ग्राउंड फ्लोर बहुत लंबा चौड़ा है इस पर जमीन में मार्बल का फ्लोरिंग कुछ हिस्सों में हो गया है. कुछ हिस्सों में काम चल रहा है यह कोई महत्व की बात नहीं है. फ्लोर अगर नहीं भी बना तो भी गर्भगृह तैयार है.
इन खास लोगों को भेजा गया निमंत्रण
प्राण प्रतिष्ठा के लिए देश के 4000 संतों को निमंत्रित किया जा रहा है. इस सूची का निर्माण हो चुका है. इनमें कई संतों को व्हाट्सएप पर और जो ईमेल देखते हैं ईमेल पर या बाय हैंड निमंत्रण दिया गया है. लगभग 3200 संतो को बाई पोस्ट सूचनाएं प्रेषित कर दी गई हैं. दो-तीन दिन में 700-800 संतो को भी भाई पोस्ट समाचार चले जाएंगे. 2000 गृहस्तो के नाम लिखा जा चुके हैं. इनमें खेल जगत के लोग हैं, वैज्ञानिक हैं, सैनिक है प्रशासन पुलिस के अधिकारी हैं, जज है. अधिवक्तागण और मीडिया हाउस व उद्योगजगत से जुड़े लोग हैं. देश दुनिया के भारत के बाहर कोशिश की जा रही है. 50 देश से एक-एक रिप्रेजेंटेटिव जरूर आ जाए. एक बहुत बड़ी टीम अपने-अपने क्षेत्र में इन सब कामों को करने में लगी है यह कार्य समय से काफी पहले पूरा हो जाएगा.