चंडीगढ़ : भारतीय संस्कृति के प्राचीन त्योहार हरियाली तीज को आज हरियाणा राजभवन में बड़े हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया गया। इस दौरान महिलाओं ने सावन मास के गीतों संग झूलों का आनन्द लिया।
समारोह में मुख्य अतिथि हरियाणा व पंजाब केे राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी ने नागरिकों को तीज की शुभकामनाएं दीं और सबके सुखी व स्वस्थ जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि त्योहार हमारे जीवन में नए जोश और उत्साह का संचार करते हैं। सावन मास को मधुमास के नाम से भी जाना जाता है जिसमें लोगों को न केवल आगे बढने की प्रेरणा मिलती है बल्कि रिश्तों को भी मधु की तरह मधुर बनाने का अवसर मिलता है। राज्यपाल ने कलाकारों की प्रस्तुति से खुश होकर उन्हें अढाई लाख रूपये की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान करने की घोषणा की।
इस अवसर पर हरियाणा की प्रथम महिला श्रीमती रानी सोलंकी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, हरियाणा के मुख्य सचिव डी.एस. ढेसी आदि उपस्थित थे।
यह शानदार समारोह बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा। इसमें महिलाओं ने जमकर रंग-बिरंगी चूडिय़ां पहनी और मेंहदी लगवाई तथा बच्चों ने गुब्बारे उड़ाने का आनन्द लिया। उन्होंने समारोह स्थल पर ही पेड़ों पर डलवाए गए झूलों पर खूब पींग बढाई। तीज के अवसर पर लोगों ने हरियाणा में बनाए जाने वाले विभिन्न मीठे व्यंजनों, जैसे कि-घेवर, मालपुए, खीर, पेड़े आदि का जमकर लुत्फ उठाया।
समारोह में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के द्वारा दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। सावन के गीतों पर हरियाणवी लोक नृत्यों सावन की लोर, घूमर व खोडिया, गुजरात के गरबा, पंजाब के ढोला की प्रस्तुतियों में कलाकारों ने खूब तालियां बटोरीं। परिवर्तन समूह ग्वालियर के कलाकारों ने मध्य प्रदेश में गाए जाने वाले सावन के लोकगीतों की प्रस्तुति में समां बांध दिया।