टीकमगढ़ – रबी सीजन की बोनी का समय नजदीक आ गया है। किसानों ने बोवाई के लिए खेतों की सिंचाई कर दी है, लेकिन बोनी के लिए डीएपी खाद सोसायटी पर नहीं मिल रही है। खाद के लिए किसान सुबह 8 बजे से शाम तक लंबी लाइन लगाए हुए है। फि र भी किसानों की लाइन आगे नहीं बढ़ी है। परेशानियों को दूर करने के लिए किसानों ने बंदी और अन्य दस्तावेजों को लाइन की जगह पर रख दिया है।
विधानसभा चुनाव का मतदान होने के बाद डीएपी खाद की समस्या सामने आ गई और किसानों को खाद को लेकर जतारा वेयर हाउस में खाद उपलब्ध नहीं हो रहा है और यहां पर सैकडों किसान लंबी लाइन लगाए है। अपने नंबर आने का इंतजार कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि बीते एक सप्ताह से डीएपी उर्वरक खाद की किल्लत बनी हुई है। किसानों ने अपने खेतों में गेहूं की बोनी करने के लिए सुबह ८ बजे से डीएपी उर्वरक खाद लेने के लिए ग्रामीण अंचलों के सैकड़ों किसानों की लंबी लाइन लगी हुई है।
महेबा निवासी किसान फू लचंद जोशी, हरपुरा निवासी विक्रम सिंह घोष, टांनगा निवासी रघुराज घोष, मनोज अहिरवार, सुधीर घोष, ताल लिधौरा निवासी आशू घोष, दिनऊ निवासी नत्थू घोष, प्रेमनारायण यादव, लक्ष्मी यादव, धर्मदास, कांशीराम, छोटे लाल अहिरवार, भगवान दास ने बताया कि जतारा वेयरहाउस पर डीएपी खाद लेने के लिए 5 दिन से लगातार चक्कर लगा रहे है। यहां पर प्रतिदिन कागज को जमा कर लिया जाता है और वेयरहाउस के बाहर बने चबूतरे पर क्रमानुसार दस्तावेजों की लाइन लगा दी जाती है। दूसरी तरफ किसानों की लाइन लगती है और पुलिस का पहरा है, उसके बाद भी यहां के अधिकारी कर्मचारी कुछ किसानों को ऊंचे रेट पर खाद उपलब्ध करा रहे हैं। जबकि कुछ किसान सुबह से लेकर शाम तक अपने नंबर आने का इंतजार कर रहे हैं।
किसानों का कहना है कि चुनाव के पहले तक के किसानों को हाथ को लेकर कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन विधानसभा चुनाव संपन्न होते ही खाद की कालाबाजारी शुरू हो गई है तो वहीं अधिकारियों द्वारा खाद की कमी होने की बात कहीं जा रही है। जिसकी वजह से किसानों की भीड़ अधिक लगी है, जबकि चुनाव के पहले तक किसानों को आसानी से पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद मिल रहा था, लेकिन अब खाद नहीं मिल रहा है, जतारा वेयरहाउस से लेकर जतारा की अन्य समितियां पर भी किसानों की लंबी लाइन देखी जा रही है। किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की जाए।
इनका कहना चुनाव के दौरान खाद की कमी रही। अब खाद अचानक आ गया है। खाद लेने के लिए किसान आ रहे है। लेकिन वितरण व्यवस्था के दौरान अब लंबी लाइन लग रही है। सभी किसानों को खाद की आवश्यकता है।