Rescue Operation Underway in Uttarakhand : उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग में अब भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। भारतीय वायु सेना सी 130 विमान से भारतीय सेना अपनी हेवी ड्रिलिंग मशीन के साथ सुरंग के मुहाने पर पहुंची है। अब उत्तरकाशी की इस सुरंग में फंसे लोगों को निकालने का काम तेजी से किया जाएगा। सिलक्यारा सुरंग पर मलबा आने के बाद करीब 96 घंटे से यहां मजदूर फंसे हुए हैं। उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है कि अब हम जल्द ही सभी श्रमिकों को सुरक्षित बचा लेंगे।
सिलक्यारा सुरंग में चार दिनों से चल रहे बचाव कार्य की अब अंतिम आस भारतीय सेना पर टिक गई है। यहां 40 मजदूर को बचाने के लिए भारतीय सेना आगर मशीन लेकर आई। यह मशीन ड्रिलक करके करीब 900 मीटर की एक पाइप सुरंग के अंदर भेजेगी। इसी पाइप के माध्यम से श्रमिक बाहर आएंगे। सिलक्यारा सुरंग में चल रहे निर्माण में लापरवाही रही कि संवेदनशील हिस्से में ह्यूम पाइप नहीं बिछे थे। ह्यूम पाइप बिछे होते तो अब तक सभी सुरक्षित बाहर आ जाते।
पीएम मोदी ने दिया दखल
उत्तराखंड की सुरंग में फंसी 40 जान को बचाने में हो रही देरी को देखते हुए पीएम मोदी से ने सीधा हस्ताक्षेप किया है। पीएमओं के निर्देश पर भारतीय सेना ने भारतीय वायु सेना के साथ विशेष ड्रिल मशीन लेकर मालवाहक हरक्यूलिस दोपहर तक मशीन लेकर पहुँचेगा चिन्यालीसौड हवाई पट्टी उत्री है। इसके साथ ही बचाव कार्य के लिए कई अंतरराष्ट्रीय बचाव सलाहकार कंपनियों शामिल किया गया है।
12 नवंबर को डह गई थी सुरंग
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग 12 नवंबर को सुबह लगभग 5 बजे ढह गई थी। इसके बाद से ही बचाव कार्य चालू है। सिलक्यारा मुहाने से 230 मीटर अंदर 30 से 35 मीटर हिस्से में भारी मलबा गिरा है। इमसें ही 40 मजदूर अंदर फंसे हैं। इसमें झारखंड के 15, उत्तरप्रदेश के 8, ओडिशा के 5, पश्चिम बंगाल के 4, बिहार के 3, उत्तराखंड के 2, असम के 2 और हिमाचाल प्रदेश का एक मजदूर फंसा हुआ है।
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