चंडीगढ़।
जननायक जनता पार्टी के विधायक रामकुमार गौतम के बड़े बोल।
नायब सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बनने से बीजेपी को बड़ा फायदा होगा बीजेपी का फैसला बहुत अच्छा है।
हरियाणा में अनेक जाट दिग्गज मुख्यमंत्री बन चुके हैं। जिनमें भूपेंद्र सिंह हूडा, देवीलाल, ओम प्रकाश चौटाला, बंसीलाल आदि शामिल है।
जाट समुदाय को सिर्फ अपना मुख्यमंत्री बनाने से मतलब है।
आज वर्तमान सरकार में जाट समुदाय के पास अधिकतम विभाग हैं।
लेकिन जाट समुदाय को मुख्यमंत्री के पद के अलावा कुछ नहीं चाहिए।
बीजेपी सरकार में जाट समुदाय के साथ कोई अन्य नहीं हुआ है।
जाट समुदाय के बच्चे खेल,
नौकरी जैसी हर फील्ड में बहुत आगे फायदा उठा रहे हैं।
आज हरियाणा का जाट समुदाय सिर्फ अपना जाति का cm चाहता है।
बीजेपी सरकार ने नायब सैनी को देरी से प्रधान बनाया है।
ई-टेंडरिंग, परिवार पहचान पत्र पोर्टल जैसे सरकार के कम अगले चुनाव में घातक साबित होंगे।
लेकिन नायब सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने गरीबों को इज्जत दी है।
जाट समुदाय तभी खुश होगा जब उनके समुदाय से cm बनेगा।
जाट समुदाय हरियाणा के मुख्यमंत्री का नाम भी सही से नहीं पुकारते हैं। जाट समुदाय मुख्यमंत्री को खटरू कह कर बुलाता है।
बीजेपी ने ओमप्रकाश धनखड़ को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर अच्छा फैसला नहीं किया था बीजेपी ने 75 पर का नारा दिया था इसलिए 40 सीटे आ गई, वरना उनकी 20 सीट भी नहीं आती।
वर्तमान सरकार में विधायकों की कोई पूछ नहीं है।
सारे काम ऑनलाइन होते हैं। जॉब भी मेरिट के आधार पर मिलती हैं।
सारे ठेके ई टेंडरिंग के जरिए दिए जा रहे हैं।
MLA सरकार से असंतुष्ट हैं।
खट्टर सरकार में अच्छे काम भी हुए हैं।
लेकिन पहले की सरकारों में विधायकों के काम होते थे।
चार उपमुख्यमंत्री बनाने को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर विधायक रामकुमार गौतम ने सावधान निशान।
आज ब्राह्मण समाज पिछड़ चुके हैं। पिछली सरकार ने भी ब्राह्मण समाज के लिए कुछ नहीं किया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल को कम से काम उन समुदायों के काम तो करने चाहिए थे। जिन्होंने वोट दिए हैं।
मेरिट का क्या होगा, ज्यादातर ब्राह्मण और बैकवर्ड क्लास में बीजेपी को पिछले चुनाव में वोट दिए थे।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा कह रहे हैं कि ब्राह्मण समुदाय से मुख्यमंत्री बनाएंगे। लेकिन उपमुख्यमंत्री की क्या पावर होती है।
नायब सैनी के प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले हरियाणा में बीजेपी की चुनावी हालत खराब थी।
लेकिन अब इसमें सुधार होने वाला है और मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच होगा।
अगले चुनाव में जननायक जनता पार्टी का कोई नाम लेने वाला भी नहीं होगा।
अगले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कांग्रेस से होगा।
अगर भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस छोड़ देंगे, तो कांग्रेस जीरो हो जाएगी।
हुड्डा के चलते ही कांग्रेस वजनदार है।
राजकुमार सैनी पर भी विधायक गौतम ने साधा निशाना।
राजकुमार सैनी एक मजबूत नेता है लेकिन उनका राजनीतिक समझ नहीं है।
वे सभी जातियों के नेता नहीं बन पाए।
जब तक वह जाटों को साथ नहीं लेंगे, तब तक वह मुकाबला नहीं कर सकते।
बरोदा उप चुनाव में अगर वह योगेश्वर शर्मा की मदद करते तो वे 10000 वोटो से जीत हासिल करती।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल से कई बार मिलता हूं।
लेकिन वह किसी की सलाह नहीं मानते। वह कहते हैं कि पोर्टल की जॉब देगा, पोर्टल ही ट्रांसफर करेगा।
आज कार्यकर्ताओं के बच्चे बेरोजगार घूम रहे हैं।