हमास ने इजराइल पर एक और संगीन आरोप लगाया है। हमास ने इजराइल पर एक चर्च परिसर में हमला करने का आरोप लगाया है। हमास का दावा है कि इस हमले में बड़ी संख्या में विस्थापित लोग मारे गए हैं।
हमास के नियंत्रण वाले आंतरिक मंत्रालय का कहना है कि गाजा पट्टी में ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च के परिसर में शरण लेने वाले कई लोग गुरुवार देर रात हुए एक मिसाइल हमले में मारे गए हैं। इसके अलावा कई घायल भी हुए हैं।
गाजा के हमास द्वारा संचालित सरकारी मीडिया कार्यालय ने शुक्रवार को बताया कि मृतकों में 18 ईसाई फिलिस्तीनी भी शामिल हैं। धमाके के बाद चर्च में भगदड़ मच गई जिसके बाद तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि हवाई हमला 12वीं शताब्दी के पूजा स्थल के करीब एक टार्गेट को निशाना बनाकर किया गया था, जहां कई ईसाई और मुस्लिम गाजा निवासियों ने शरण ली थी। इज़रायली सेना ने एएफपी को बताया कि उसके लड़ाकू विमानों ने इजराइल की ओर रॉकेट और मोर्टार लॉन्च करने में शामिल एक कमांड और कंट्रोल सेंटर पर हमला किया था। इसमें कहा गया है, “आईडीएफ [इजरायली सेना] के हमले के परिणामस्वरूप, क्षेत्र में एक चर्च की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई।” उन्होंने कहा, “हम हताहतों की रिपोर्ट से अवगत हैं। घटना की समीक्षा की जा रही है।” प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हमले से चर्च का बाहरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और बगल की इमारत ढह गई, साथ ही कई घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया। इससे पहले हमास ने इजराइली सेना पर गाजा स्थित एक अस्पताल पर हमला करने का आरोप लगाया था। जंग के बीच 17 अक्टूबर को देर रात गाजा शहर के अहली-अरब अस्पताल पर एक मिसाइल हमला हुआ था जिसमें 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि इजराइल ने हमास के दावे का खंडन करते हुए इस हमले का जिम्मेदार इस्लामिक जिहाद संगठन है। इजराइल ने कहा कि इस्लामिक जिहाद ने गलती से रॉकेट गाजा के अस्पताल पर छोड़ दिया। इजराइल की डिफेंस फोर्सेज ने एक ऑडियो भी जारी किया। इसमें हमास लड़ाके इस बात का जिक्र कर रहे हैं।