चीन में 15 दिन चले 19वें एशियाई खेल 2023 का समापन 8 अक्टूबर को हो गया। एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) के कार्यवाहक प्रमुख रणधीर सिंह और चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग 19वें एशियाई खेलों के समापन सत्र के मुख्य आकर्षण थे।
इन एशियाई खेलों के दौरान 13 विश्व रिकॉर्ड, 26 एशियाई रिकॉर्ड और 97 खेलों के रिकॉर्ड टूटे। पदकों की अंक तालिका में शीर्ष पांच देश चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, भारत और कजाकिस्तान रहे।
भारत का प्रदर्शन
72 साल के एशियाई खेलों के इतिहास में भारत ने अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 107 पदक जीते, जिनमें से 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य पदक थे। मेडल तालिका में भारत चौथे स्थान पर रहा। पहले नंबर पर मेजबान चीन 201 स्वर्ण, 111 रजत और 71 कांस्य के साथ रहा। वहीं जापान (52 स्वर्ण, 67 रजत, 69 कांस्य) और दक्षिण कोरिया (42 स्वर्ण, 59 रजत, 89 कांस्य) दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। भारत 37 साल बाद पदक तालिका के टॉप-5 पर रहने में सफल हो पाया है। एशिया खेलों में खेले जाने वाले कुल 42 खेलों में से भारत ने 23 खेलों में पदक जीते हैं।
1951 से लेकर अब तक क्या बदला भारत के लिए
यह जानकर हैरानी होगी कि एशियाई खेलों की शुरुआत भारत की राजधानी नई दिल्ली से ही हुई थी। भारत ने 1951 में पहली बार एशियाई खेलों का आयोजन किया। भारत को एशियाई खेलों के इतिहास का अपना पहला मेडल सचिन नाग ने तैराकी में दिलाया था, जब उन्होंने नई दिल्ली में 1951 में 100 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। वहीं रोशन मिस्त्री एशियाई खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी बनी, जिन्होंने 100 मीटर स्प्रिंट में रजत पदक जीता।
नई दिल्ली में आयोजित 1951 के एशियाई खेलों में भारत ने 15 गोल्ड, 16 सिल्वर, 20 ब्रॉन्ज समेत कुल 51 पदक जीते थे। पहले एशियाई खेलों में भारत पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा। भारत ने दूसरी बार 1982 में खेलों की मेज़बानी की। इस दौरान भारत ने 13 गोल्ड, 19 सिल्वर और 25 ब्रॉन्ज समेत कुल 57 पदक जीते थे और भारत 5वें स्थान पर रहा था। अब तक भारत ने एशियाई खेलों में 672 पदक जीते हैं, जिनमें 155 स्वर्ण, 201 रजत और 316 कांस्य शामिल हैं।
2026 एशियाई खेल जापान में
2026 एशियाई खेलों की मेजबानी जापान के आइची प्रान्त के नागोया शहर द्वारा की जाएगी। ओलंपिक परिषद के प्रमुख ने हांगझू खेल के समापन समारोह में कहा, ”मैं 19वें हांग्झोउ एशियाई खेलों के समापन की घोषणा करता हूं और परंपरा के अनुसार एशिया के युवाओं से ओलंपिक परिषद के आदर्शों के अनुरूप 20वें एशियाई खेलों का जश्न मनाने के लिए तीन साल बाद यानि 2026 में आइची -नागोया (जापान) में इकट्ठा होने का आह्वान करता हूं।” जिसके बाद आइची -नागोया के डिप्टी मेयर हिदेओ नाकाटा को एशियन ओलंपिक काउंसिल का झंडा सौपा गया। एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने वियतनाम के दनांग में 2016 की आम सभा में इस आयोजन की मेजबानी के लिए नागोया को चुना। जिसके बाद मेजबान शहर ने अनुबंध पर इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में 2018 एशियाई ओलंपिक परिषद महासभा में हस्ताक्षर किए। जापान इससे पहले भी 1958 में टोक्यो और 1994 में हिरोशिमा में एशियाई खेलों का आयोजन कर चुका है।
आइची और नागोया में एशियाई खेलों 2026 का आयोजन
19 सितंबर से 4 अक्टूबर 2026 तक यह आयोजन आइची और नागोया में होन तय हुआ है। दरअसल, नागोया शहर में स्थित मिजुहो एथलेटिक स्टेडियम में उद्घाटन और समापन समारोह होंगे। इस स्टेडियम में 35,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता का विकास किया जाएगा। यहीं एथलेटिक्स खेल भी होने की उम्मीद है। वहीं जिम्नास्टिक और स्विमिंग पूल से जुड़ी प्रतियोगिता ‘नागोया सिविक जनरल जिम्नेजियम’ में आयोजित की जाएगी। बेसबॉल प्रतियोगिता विश्व प्रसिद्ध नागोया डोम में आयोजित होगी।