बीएसपी सांसद दानिश अली भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई में देरी को लेकर परेशान हो गए हैं। लेकिन, उन्होंने लोकसभा स्पीकर की जगह इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है।
दानिश अली की शिकायत है कि 8 दिन गुजर जाने के बाद भी कार्रवाई के कोई संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं। इस वजह से उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर भाजपा सांसद पर कार्रवाई में देरी पर सवाल उठाए हैं।
सदन के नेता को लिखा खात- दानिश अली
बसपा सांसद ने इसके बारे में कहा है, ‘आठ दिन हो चुके हैं, लोकसभा में इस घटना को हुए एक हफ्ते से ज्यादा हो चुके हैं। लेकिन, आठ दिनों बाद भी, कार्रवाई के कोई संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं। मैंने सदन के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है……’ उनका कहना है कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया है, क्योंकि जिस सदन के वे सदस्य हैं, उसके नेता प्रधानमंत्री मोदी हैं।
‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की जिम्मेदारी बहुत ज्यादा बनती है’
उन्होंने कहा कि ‘मैं समझता हूं कि लोकसभा का नेता होने के नाते देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की जिम्मेदारी बहुत ज्यादा बनती है…..।’ वे बोले, ‘जो 21 सितंबर को हुआ सदन के अंदर….और उसके तीन दिन पहले जब प्रधानमंत्री ने इस नए सदन (संसद) को संबोधित करते हुए कहा कि देश की जनता यहां सदस्यों के आचरण से तय करेगी कि कौन किधर बैठेगा….’
संसद के विशेष सत्र का मामला
गौरतलब है कि संसद के विशेष सत्र के दौरान चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा के दौरान दक्षिणी दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी पर सदन के अंदर यूपी की अमरोहा सीट से बीएसपी सांसद दानिश अलग के खिलाफ अमर्यादित शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगा था। हालांकि, स्पीकर ने उन असंसदीय शब्दों को तत्काल सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया था।
विशेषाधिकार समिति को सौंपा गया है मामला
लेकिन, बाद में इस विवाद ने तूल पकड़ लिया और विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया ने इसको लेकर बिधूड़ी के खिलाफ विशेषाधिकार का मामला उठा दिया। एक दिन पहले ही लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्षी सांसदों की मांग पर इस मामले को विशेषाधिकार समिति को सौंप दिया है।
बीजेपी ने बिधूड़ी को बनाया टोंक जिले का चुनाव प्रभारी
लेकिन, विशेषाधिकार समिति के फैसले से पहले दानिश अली ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर बीजेपी को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है। दरअसल, लोकसभा में कही गई बातों के लिए बिधूड़ी से बीजेपी ने भी जवाब देने को कहा था। लेकिन, बाद में पार्टी ने उन्हें राजस्थान विधानसभा चुनाव में टोंक जिले का चुनाव प्रभावी बनाकर एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी है। विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी अपने सांसद पर कार्रवाई करने की जगह उसे और जिम्मेदारियां दे रही है। इसी के बाद दानिश अली ने सीधे पीएम मोदी तक ही अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की है।