भारत ने टिट फॉर टैट नियम अमल में लाते हुए कनाडा में रह रहे भारतीय नागरिकों और छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया कि भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे कनाडा के उन क्षेत्रों और संभावित स्थानों की यात्रा करने से बचें जहां हाल-फिलहाल में भारतीयों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई हैं।
आपको बता दें कि भारत सरकार की यह एडवाइजरी, कनाडा की एडवाइजरी के ठीक बाद आई है। मंगलवार को कनाडा ने भी अपने नागरिकों के लिए ऐसी ही एडवाइजरी जारी की थी।
भारत सरकार ने अपनी एडवाइजरी में कहा है- “कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों और हेट क्राइम को ध्यान में रखते हुए सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वहां यात्रा करते हुए विशेष सावधानी बरतें। हाल में एंटी इंडिया एजेंडे का विरोध करने वाले कई भारतीय राजनयिकों और भारतीय समुदाय के लोगों के खिलाफ हिंसक घटनाएं हुई हैं।”
इससे पहले कनाडा ने मंगलवार को एडवाइजरी जारी करते हुए जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा के हालात को देखते हुए अपने नागरिकों से वहां न जाने की सलाह दी थी। कनाडाई सरकार ने कहा था कि जम्मी-कश्मीर में आतंकवाद और अपहरण का खतरा है। इसके अलावा असम और मणिपुर में भी न जाने की सलाह दी गई।
इससे पहले मंगलवार रात कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का रुख थोड़ा नरम पड़ता दिखाई दिया था। उन्होंने कहा था कि वे भारत को उकसाना नहीं चाहते। और इस तनाव को बढ़ाना नहीं चाहते।
पीएम ने आगे कहा, “हमने कुछ फैक्ट्स सामने रखे हैं। हम चाहते हैं कि इस मुद्दे पर भारत सरकार के साथ काम करें ताकि हर चीज क्लीयर हो सके।” आपको बता दें कि सोमवार को कनाडा के राष्ट्रपति द्वारा संसद में लगाए गए आरोपों के बाद से दोनों देशों के संबंध कटु हो गए हैं। कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप वहां के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर लगाते हुए हमारे एक डिप्लोमैट को निकाल दिया। जवाब में भारत ने भी कनाडा के एक डिप्लोमैट को एक्सपेल कर दिया।