दूरदर्शन नेशनल आस्था से भरपूर भव्य महाकाव्य गोस्वामी तुलसीदास की ‘श्री रामचरितमानस’ का रोजाना प्रसारण करेगा। डीडी नेशनल ने X (पहले ट्विटर) पर इसकी जानकारी दी है। इसके मुताबिक यह प्रसारण रोजाना सबरे 6 बजे किया जाएगा।
आदर्श जीवन की मार्गदर्शिका है रामचरितमानस, देखिए गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित “श्री रामचरितमानस” प्रतिदिन सुबह 6:00 बजे सिर्फ़ #DDNational पर।#Ramcharitmanas | #GoswamiTulsiDas pic.twitter.com/iyXMVqKGcq
— Doordarshan National दूरदर्शन नेशनल (@DDNational) September 11, 2023
दूरदर्शन नेशनल ने श्री रामचरितमानस की चौपाई वाला एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ‘आदर्श जीवन की मार्गदर्शिका है रामचरितमानस, देखिए गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित ‘श्री रामचरितमानस’ प्रतिदिन सुबह 6:00 बजे सिर्फ डीडी नेशनल पर। राष्ट्रीय चैनल पर इससे पहले इस तरह के कार्यक्रम काफी लोकप्रिय हो चुके हैं।
बहुत ही भव्य है श्री रामचरितमानस का सांस्कृतिक महत्त्व दरअसल, देश में श्री रामचरितमानस का सांस्कृतिक महत्त्व बहुत ही बड़ा है। परिवारों से लेकर मंदिरों तक में लोग इसकी मधुर धुनों से पूरी तरह से परिचित हैं। यह विश्व साहित्य का एक ऐसा अनूठा धर्म ग्रंथ है, जो रामायण महाकाव्य की कथा के संस्करणों को लोगों तक विशेष अंदाज में पहुंचाने के लिए एक टेम्पलेट की तरह काम करता है।
भगवान राम की कथा जन-जन तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की लीला को जन-जन तक पहुंचाने में श्री रामचरितमानस महाकाव्य की भूमिका अतुलनीय मानी जाती है। गोस्वामी तुलसीदास को इस महाकाव्य की रचना में 966 दिन लगे थे। इसे तैयार करने के लिए वे अयोध्या समेत उन तमाम स्थानों का भ्रमण किया, जहां-जहां से भगवान राम गुजरे थे।
गोस्वामी तुलसीदास की लिखी श्री रामचरितमानस में भगवान राम से संबंधित कुल सात अध्याय हैं। ये हैं- बालकांड, अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किंधाकांड, सुंदरकांड, लंकाकांड और उत्तरकांड। यह गोस्वामी तुलसीदास की सबसे अनमोल रचनाओं में से है, जिसकी रचना रामनवमी के दिन अयोध्या से शुरू हुई थी। इसके कुछ अंश काशी में भी तैयार हुए हैं। इसे चरित-काव्य भी कहते हैं, जिसमे भगवान राम के पूरे जीवन-चरित का वर्णन किया गया है। इस ग्रंथ की रचना राम विवाह के दिन जाकर संपन्न हुई।
अपनी भव्यता की वजह से इस धर्म ग्रंथ को ‘तुलसी रामायण’ या ‘तुलसीकृत रामायण’ का भी दर्जा प्राप्त है। इसकी लोकप्रियता हमेशा से चरम पर रही है और शायद दूरदर्शन पर इसे प्रसारित करने का ये फैसला उससे भी जुड़ा हो सकता है।