जी20 सम्मेलन में शामिल होने आए सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद 11 सितंबर से भारत के राजकीय दौरे पर हैं.
#WATCH | Crown Prince and Prime Minister of the Kingdom of Saudi Arabia Prince Mohammed bin Salman bin Abdulaziz Al Saud attends a ceremonial reception at Rashtrapati Bhavan.
He also met President Droupadi Murmu, Prime Minister Narendra Modi and other ministers during the… pic.twitter.com/HWET5vsmB1
— ANI (@ANI) September 11, 2023
इस दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ उनकी मीटिंग होगी. पीएम मोदी के साथ वह हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक करेंगे, जिसमें इंडिया-सऊदी स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल पर भी हस्ताक्षर हो सकते हैं. अक्टूबर, 2019 में दोनों नेताओं ने काउंसिल की स्थापना की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जी20 सम्मेलन से इतर क्राउन प्रिंस के साथ यह एक द्विपक्षीय बैठक होगी. इससे पहले पीएम मोदी जी20 के अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक कर चुके हैं.
मोहम्मद बिन सलमान शुक्रवार को भारत पहुंचे थे. साल 2019 में भी वह भारत के राजकीय दौरे पर आए थे. उसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा किया था, जिसमें दोनों नेताओं ने इंडिया-सऊदी स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल स्थापित की थी, जिस पर आज हस्ताक्षर हो सकते हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी से मुलाकात के बाद शाम को 8.30 बजे वह वापस लौट जाएंगे.
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का पूरे दिन का शेड्यूल-
सुबह 10 बजे राष्ठ्रपति भवन पर क्राउन प्रिंस का औपचारिक स्वागत किया जाएगा.
11 बजे हैदराबाद हाउस में उनकी प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी.
दोपहर 12 बजे हैदराबाद हाउस में इंडिया-सऊदी स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल पर हस्ताक्षर
शाम को 6.30 बजे राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मीटिंग
रात को 8.30 बजे वापसी के लिए रवाना हो जाएंगे.
मीटिंग में हो सकती है ये अहम डील
द्विपक्षीय वार्ता के दौरान क्राउन प्रिंस और पीएम मोदी कृषि और ऊर्जा को लेकर अहम डील पर हस्ताक्षर कर सकते हैं. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया था कि क्राउन प्रिंस के साथ मंत्रियों और सीनियर अधिकारियों का एक हाई-लेवल डेलीगेशन रहेगा. प्रेस रिलीज में कहा गया कि द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों नेता स्ट्रटेजिल पार्टनरशिप काउंसिल के लिए बनाई गई दो मंत्रीस्तरीय कमेटियों की समीक्षा करेंगे. एक कमेटी राजनीतिक, सुरक्षा, समाजिक और कल्चरल कोऑपरेशन के लिए बनाई गई, जबकी दूसरी कमेटी अर्थव्यवस्था और इनवेस्टमेंट कोऑपरेशन के लिए बनाई गई. इसके अलावा, मीटिंग में क्षेत्रीय और आपसी हित के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है. द मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022-23 में दोनों देशों के बीच व्यापार 52.75 अरब डॉलर पहुंच गया है. इसके साथ ही भारत सऊदी के लिए दूसरा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है.
पिछले राजकीय दौरे में किया था कई हजार करोड़ का निवेश
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘दोनों देशों में ऊर्जा के क्षेत्र में साझेदारी मजबूत है. सऊदी अरब में भारत की करीब 24 लाख आबादी रहती है. सऊदी के विकास में उनका योगदान और दोनों देशों के बीच बहुआयामी रिश्ते बनाने में उनकी भूमिका सराहनीय है. सऊदी अरब हर साल 1,75,000 यात्रियों के लिए हज की सुविधा करता है.’ साल 2019 के रजकीय दौरे के दौरान क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने दस हजार करोड़ अमेरिकी डॉलर के निवेश के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे. उस दौरान भारत का हज कोटा भी बढ़ाया गया था. अब तकरीबन 2 लाख भारतीय सालाना हज यात्रा पर सऊदी जाते हैं.