G20 Summit In India: भारत में जी20 समिट का शनिवार (9 सितंबर 2023) का पीएम मोदी के संबोधन के दौरान उद्घाटन हो गया. पीएम मोदी ने इस समिट का उद्घाटन करते हुए कहा कि मैं पूरी दुनिया की तरफ से मोरक्को में आए भूकंप से हुई जनहानि के लिए दुखी हूं और मेरी संवेदनाएं वहां के लोगों के साथ हैं. पीएम मोदी ने कहा, भारत इस समिट में मौजूद दुनिया के सभी राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत करता है.
#WATCH | G 20 in India | Prime Minister Narendra Modi says, "India's G20 presidency has become a symbol of inclusion, of 'sabka saath' both inside and outside the country. This has become people's G20 in India. Crores of Indians are connected to this. In more than 60 cities of… https://t.co/rc2iIO2IGf pic.twitter.com/SgE8r2Nojk
— ANI (@ANI) September 9, 2023
समिट को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, यहां से कुछ किलोमीटर की दूरी पर लगभग ढ़ाई हजार साल पुराना एक स्तंभ लगा हुआ है जिस पर प्राकृत भाषा में लिखा हुआ है कि हेवं लोकश:हित मुखेति, अथ: इयं नातेशु हेवं अर्थात मानवता का हित और उसका कल्याण सुनिश्चित हो. ढाई हजार साल पहले भारत की इसी भूमि से यह संदेश पूरी दुनिया को दिया था. 21वीं सदी का यह समय पूरी दुनिया को नई दिशा देने वाला समय है. यह वह समय है जब सालों पुरानी चुनौतियां हमसे नये समाधान मांग रही हैं.
सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास मंत्र ही दुनिया का पथ प्रदर्शक
कोविड 19 के बाद विश्व में बहुत बड़ा संकट विश्वास के अभाव का आया है. युद्ध ने ट्रस्ट डेफिसिट को और गहरा किया है. जब हम कोविड को हरा सकते हैं तो आपसी अविश्वास के तौर पर आए संकट को भी हरा सकते हैं. हम सब मिलकर ग्लोबल ट्रस्ट डेफिसिट को एक विश्वास और एक भरोसे में बदलें. ये सबको साथ मिलकर चलने का समय है. सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास का मंत्र हम सब के लिए पथ प्रदर्शक बन सकता है.
अफ्रीकी यूनियन बना जी20 का स्थाई सदस्य
पीएम मोदी ने कहा, भारत में जी20 आम लोगों का जी20 बन गया है. करोड़ों भारतीय इससे जुड़े हुए हैं. देश के 60 से ज्यादा शहरों में 200 से ज्यादा बैठकें हुईं. भारत अफ्रीकी युनियन को जी20 में शामिल किए जाने का प्रस्ताव दे रहा है. उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि इस प्रस्ताव में हर देश की सहमति है. मैं अफ्रीका के राष्ट्रपति के स्थाई सदस्य के रूप में अपना स्थान ग्रहण करने के लिए आमंत्रित करता हूं. इसी के साथ ही अब जी20, जी21 के नाम से जाना जाएगा.