Happy Janmashtami 2023: कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. देश के बाकी राज्यों में भी बड़े उत्साह के साथ त्योहार मनाया गया.
Krishna Janmashtami 2023: देशभर में गुरुवार (7 सितंबर) को बड़े धूमधाम से जन्माष्टमी मनाई गई.
भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा (Mathura) के मंदिरों में हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ी तो मुंबई में दही हांडी उत्सव का आयोजन किया गया. दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे. जन्माष्टमी का त्योहार भगवान कृष्ण के जन्म के अवसर पर मनाया जाता है.
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं.
पीएम ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “जन्माष्टमी की बहुत-बहुत बधाई. श्रद्धा और भक्ति का यह पावन अवसर मेरे सभी परिवारजनों (नागरिकों के संदर्भ में) के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करे, यही कामना है. जय श्रीकृष्ण.”
मथुरा में उमड़ी भक्तों की भीड़
मथुरा में वैदिक मंत्रोच्चार, शंख और घंटे की ध्वनि के बीच हजारों भक्त तीन प्रमुख मंदिरों में भगवान कृष्ण के ‘अभिषेक समारोह’ (भगवान को स्नान कराना) के साक्षी बने. राधा दामोदर मंदिर के पुजारी बलराम गोस्वामी ने बताया कि राधा रमण, राधा दामोदर और गोकुलानंद मंदिरों में अभिषेक समारोह किया गया. इन मंदिरों में आज सुबह भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया.
उन्होंने बताया कि जहां हर जगह जन्माष्टमी आधी रात के दौरान मनाई जाती है, वहीं इन मंदिरों में यह लगभग 500 साल पहले प्रसिद्ध संत जीव गोस्वामी की ओर से स्थापित परंपरा के अनुसार दिन के दौरान मनाई जाती है.
मंदिरों में देवी-देवताओं के दर्शन किए
मथुरा स्थित भगवान श्रीकृष्ण के कई अन्य मंदिरों में रात 12 बजे अभिषेक समारोह आयोजित किया जाएगा. मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि हजारों तीर्थयात्रियों ने भागवत भवन मंदिर और श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थित अन्य मंदिरों में देवी-देवताओं के दर्शन किए.
इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्मस्थल से कलाकारों की शोविदेशी भक्तों ने भीभायात्रा निकाली गयी जो मथुरा की मुख्य सड़कों और विभिन्न चौराहों से गुजरी. द्वारकाधीश मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी राकेश तिवारी ने बताया कि द्वारकाधीश मंदिर, वृन्दावन, गोवर्धन, नंदगांव आदि सहित मथुरा के अन्य मंदिरों में भी जन्माष्टमी मनाई गई.
राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा और राजधानी जयपुर के आराध्य देव गोविंददेव जी सहित सभी प्रमुख मंदिरों को जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में विशेष तौर पर सजाया गया. राज्य के सभी मंदिरों में सुबह से भगवान के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई. जगतपुरा के हरे कृष्ण मार्ग स्थित श्रीकृष्ण बलराम मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव रात 12 बजे किया जाएगा और उसके बाद महाआरती की जायेगी.