कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित चिट्ठी का केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने जवाब दिया है। कहा कि वह राजनीति करने की कोशिश कर रही हैं।
संसद के विशेष सत्र पर कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित चिट्ठी का सरकार ने जवाब दिया है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि वह (सोनिया गांधी) राजनीति करने की कोशिश कर रही हैं। पहले कहीं भी सत्र बुलाने से पहले किसी से सलाह-मशविरा नहीं किया गया था। इससे पहले कभी भी जब अन्य सरकारें भी थीं, एजेंडा का पहले से खुलासा नहीं किया गया था।
मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गांधी को संबोधित करते हुए जवाब में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह हमारे लोकतंत्र के मंदिर संसद के कामकाज का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही हैं और जहां कुछ भी नहीं है, वहां अनावश्यक विवाद पैदा कर रही हैं। पत्र में आगे कहा गया है कि जैसा कि आप जानते हैं, अनुच्छेद 85 के तहत संवैधानिक जनादेश के अनुपालन में संसद सत्र नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं, जो यह प्रावधान करता है कि राष्ट्रपति समय-समय पर संसद के प्रत्येक सदन को ऐसे समय और स्थान पर बुला सकते हैं। जानिए क्या लिखा आगे पत्र में ?
पत्र में आगे कहा गया कि मैं यह भी कहना चाहूंगा कि हमारी सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए हमेशा तैयार है। वैसे, आपने जिन मुद्दों का जिक्र किया है, वे सभी मुद्दे कुछ ही समय पहले मानसून सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उठाए गए थे। पहले भी सरकार ने उन्हें जवाब दिया था।
एजेंडे को लेकर जोशी ने दिया ये जवाब
जोशी ने पत्र में लिखा कि सत्र का एजेंडा, हमेशा की तरह, स्थापित प्रथा के अनुसार उचित समय पर प्रसारित किया जाएगा। मैं यह भी फिर से कहना चाहूंगा कि हमारे संसदीय कामकाज में, चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो। आज तक कभी भी संसद बुलाने के समय एजेंडा पहले से प्रसारित नहीं किया गया है।
जोशी ने आगे कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि संसद की गरिमा बनाए रखी जाएगी और इस मंच का इस्तेमाल राजनीतिक विवादों के लिए नहीं किया जाएगा। साथ ही, मैं आगामी सत्र को सुचारू रूप से चलाने में आपके पूर्ण सहयोग की आशा करता हूं जिसके परिणामस्वरूप राष्ट्रीय स्तर पर सार्थक परिणाम सामने आएंगे।