MP CM News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दरिद्र ही नारायण है। उसकी सेवा भगवान की सेवा है। भाजपा की सरकार, मध्य प्रदेश सरकार ऐसे ही लक्ष्य को लेकर काम कर रही है। प्रदेश के किसी भी गरीब को हम जमीन या मकान के बिना नहीं रहने देंगे। हमने यह फैसला किया है “प्रधानमंत्री आवास योजना” में जो वास्तविक गरीब वंचित रह गए हैं उन्हें “मुख्यमंत्री जन आवास योजना” के तहत मकान बनाकर दिए जाएंगे।
भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में मध्य प्रदेश के सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषदों के मेयर, अध्यक्ष पार्षदों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती के संसाधनों पर सभी कहा के जो विकास की दौड़ में पीछे रह गए हैं उनको हमारी सरकार मदद कर रही है।
सीएम ने कहा कि एक तो शहरों में हमने माफियाओं से 23 हजार एकड़ जमीन मुक्त कराई है। इन जमीनों पर हम गरीबों के लिए सुराज कॉलोनी बना रहे हैं। दूसरे जो वर्षों से जमीन के छोटे से हिस्से में रह रहे थे लेकिन पट्टा नहीं था, ऐसे गरीबों के लिए हमने अभियान चलाकर फ्री में पट्टा देने का कार्य किया। आज ऐसे 38 हजार पट्टों का हम वितरण कर रहे।
नि:शुल्क राशन सरकार दे रही है। रहने के लिए जमीन भी देंगे। गांव में कम भू आवासीय अधिकार योजना बनाई है। इसके तहत पट्टे बांट रहे हैं। शहर में भी जमीन या मकान देंगे। 230000 एकड़ जमीन छुड़ाई। माफियाओं को छोड़ेंगे नहीं। जो जमीन रहने लायक होगी, वहां पर गरीबों के लिए मकान बनाएंगे। बरसों से जो लोग रह रहे थे उनके पास पत्ता नहीं था 38000 पट्टे बांट रहे हैं, इससे प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिलेगा। हर गरीब के पास अपनी जमीन हो जाए और पट्टे के बाद उसको मकान भी देंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान मिल रहे हैं लेकिन कई के नाम गांव और शहरों में है आवास प्लस में भी हम नहीं आते। आवास योजना में जो वास्तविक गरीब रह गए हैं तो मुख्यमंत्री जन आवास योजना बनाकर उनका मकान देंगे पट्टा बांटने के बाद मकान और फिर सर्वे करेंगे। उनको जमीन और मकान देंगे। गरीब के जीवन में भी खुशियां लाएंगे।
इसके पहले उन्होंने दीनदयाल रसोई केंद्र के तीसरे चरण का शुभारंभ किया। दीनदयाल रसोई योजना में 66 नए केंद्र शुरू किए गए। इसमें ₹10 की जगह ₹5 में भरपेट गरीबों को भोजन मिलेगा। इससे मजदूर का पैसा भी बचेगा एक काम और करेंगे जहां मजदूर होंगे, वहीं चलती फिरती रसोई केंद्र होगा। वहीं उन्हें भोजन मिलेगा। मजदूर नहीं आएगा, भोजन उनके पास पहुंचेगा। छोटी नगर पंचायत 20000 से ज्यादा की नगर पंचायत में दीनदयाल रसोई शुरू की जाएगी। रैन बसरों में भी दीनदयाल के तहत खाना देने का प्रयास सरकार कर रही है। अब गरीब कल्याण पर हमारा पूरा फोकस होगा। मुफ्त राशन, जमीन, मकान की व्यवस्था दीनदयाल रसोई, बीमार हो तो इलाज, बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था। मेधावी बच्चों को मेडिकल इंजीनियरिंग कॉलेज की पढ़ाई भी सरकार कर रही है।