नेहरू मेमोरियल संग्रहालय का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी कर दिया गया है। जिसको लेकर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है। अब इस मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का बयान सामने आया है।
दरअसल राहुल गांधी गुरुवार को लद्दाख की यात्रा पर रवाना हुए। इस दौरान जब वो एयरपोर्ट पहुंचे, तो मीडियाकर्मियों ने उनसे नेहरू संग्रहालय को लेकर सवाल पूछा। जिस पर उन्होंने कहा कि नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं।
क्या करने जा रहे लद्दाख? पिछले साल राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी, जो इस साल की शुरुआत में श्रीनगर में खत्म हुई। इसके बाद राहुल कश्मीर की निजी यात्रा पर गए। इन दोनों यात्राओं के दौरान राहुल लद्दाख नहीं जा पाए थे। ऐसे में अब वो वहां का दौरा कर रहे।
पार्टी नेताओं के मुताबिक कांग्रेस सांसद वहां पर चुनाव की रणनीति तैयार करेंगे। इसके अलावा अगले महीने कारगिल हिल काउंसिल के चुनाव हैं। उसको लेकर भी राहुल गांधी मंथन करेंगे।
14 अगस्त से प्रभावी हुआ नया नाम जून 2023 में रक्षामंत्री की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी। जिसमें नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी करने का सुझाव दिया गया। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या यानी 14 अगस्त से ये नाम प्रभावी हो गया।
मामले में पीएम म्यूजिएम एंड लाइब्रेरी की कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष ए. सूर्य प्रकाश ने बताया कि उसी वक्त से नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। ये एक संयोग है कि स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले ये नाम प्रभावी हुआ।
इस वजह से नेहरू जी के नाम पर था संग्रहालय देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू तीन मूर्ति भवन में रहते थे। इसी आवास को बाद में संग्रहालय में बदल दिया गया। जिस वजह से उनके नाम पर ही इसका नाम पड़ा। हालांकि पीएम मोदी ने इसे सभी प्रधानमंत्रियों के संग्रहालय के रूप में बदल दिया।