Shimla landslide: समरहिल लैंडस्लाइड में 21 लोगों के दबे होने के सबूत हैं। अब तक 13 लोगों के शव बदामद किए जा चुके हैं। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है।
Shimla landslide: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के समरहिल में सोमवार यानी 14 अगस्त की सुबह एक शिव मंदिर भारी बारिश के बाद भूस्खलन की चपेट में आ गया। इस भूस्खलन में 21 लोगों के दबे होने की आशंका है। अब तक 12 लोगों का बरामद किया जा चुका है। जबकि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, स्थानीय पुलिस और होम गार्ड राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। बता दें कि लागातार बारिश की वजह से राहत बचाव कार्य में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
एसडीएम ने दी ये जानकारी
भारी लैंडस्लाइड पर एसडीएम शिमला भानु गुप्ता ने जानकारी देते हुए कहा, “स्थानीय लोगों ने गिनती की पुष्टि की है कि 21 शव हो सकते हैं। जिनमें से हमने पिछले दो दिनों में 12 शव बरामद किए हैं।” . हमारा खोज और बचाव अभियान जारी है। हमारी टीम में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, स्थानीय पुलिस और होम गार्ड हैं… अगर हमें कुछ लोगों के जीवित होने की कोई सकारात्मक खबर मिलती है, तो हम उन्हें ठीक से बचा लेंगे। ”
2 किलोमीटर की दूरी में फैले शव
NDRF के सेकंड इन कमांड डीएस राजपूत ने बताया कि “प्राप्त जानकारी के अनुसार, हमारे पास यहां 21 पीड़ितों के सबूत हैं। कल तक हमने 12 शव बरामद किए थे। आज हमें एक और शव मिला, इसलिए 13 शव बरामद किए गए हैं। भारी मशीनरी के अलावा हम विशेष उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं।” हम पुष्टि नहीं कर सकते कि सर्च ऑपरेशन कब खत्म होगा क्योंकि निचले क्षेत्र में शव कम से कम 2 किमी तक फैले हुए हैं और हम वहां मशीनों का उपयोग नहीं कर सकते हैं इसलिए बचाव मैन्युअल रूप से करना होगा।”
बाढ़ पीड़ितों को किया जा रहा एयरलिफ्ट
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के इंदौरा में बाढ़ पीड़ितों को बचाने और राहत पहुंचाने के लिए अभियान फिर से शुरू कर दिया गया है। प्रभावित लोगों को म कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
किन्नर कैलाश यात्रा टली
किन्नौर जिले में बारिश और खराब मौसम के कारण आज यानी 15 अगस्त से शुरू होने वाली किन्नौर-कैलाश यात्रा स्थगित कर दिया गया है। एसडीएम कल्पा मेजर शशांक गुप्ता ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अगर बारिश का दौर थमती है तो 16 अगस्त को किन्नर कैलाश रूट का निरिक्षण की जाएगा। इसके बाद यात्रा बहाली पर विचार किया जाएगा।