PM Modi Madhya Pradesh Visit: पिछले पांच महीनों में पीएम मोदी मध्य प्रदेश की धरती पर आज पांचवी बार आएंगे। इस दौरान पीएम मोदी संत रविदास मंदिर का भूमि पूजन करेंगे। इसके जरिए पीएम दलित वोटों को साधने की भी कोशिश करेंगे।
PM Modi Madhya Pradesh Visit: साल के अंत में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके लिए बीजेपी पूरी तैयारियों में जुटी हुई है और एमपी में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का दौरा लगातार जारी है। आज पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर मध्य प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं। यह पिछले पांच महीनों में पीएम का पांचवा एमपी दौरा है, उनके हर दौरे को बहुत ही सोच समझ कर डिजाइन किया जा रहा है। इस इवेंट को भी BJP ने प्रदेश की 54 विधानसभा सीटों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया है। इनमें 35 सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए हैं। बाकी 19 सीटें जनरल हैं, लेकिन इन सीटों पर दलित वोटर की भूमिका निर्णायक है। पिछले 6 विधानसभा चुनावों पर नजर दौड़ाएं तो SC सीटों पर भाजपा की मजबूत पकड़ दिखती है, लेकिन जैसे ही 2018 में दलित वोटरों का झुकाव कांग्रेस की तरफ हुआ, भाजपा सत्ता से बाहर हो गई।
दलित वोटरों को साधने की कोशिश
लगभग पिछले दो दशक से ज्यादा समय से MP में बीजेपी का शासन रहा है। इसका सीधा मतलब यह हुआ कि बीजेपी को हर तबके ने यहां वोट किया है लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में दलित वोटरों का रुझान बदल गया तो इसका सीधा फायदा कांग्रेस को मिला जिससे बीजेपी सता से बाहर हो गयी फिर बाद में कांग्रेस में हुई अंतर्कलह के कारण विधायकों ने पाला बदला और फिर शिवराज सीएम बन गए।
प्रदेश में करीब 16 प्रतिशत दलित वोटर हैं। पिछली बार इन रिजर्व SC सीटों में कांग्रेस-बीजेपी में कांटे की टक्कर देखने मिली थी। BJP को 18 SC सीटों पर सफलता मिली थी। कांग्रेस ने 17 सीटों पर जीत हासिल की थी। 2013 के चुनाव की तुलना करें तो कांग्रेस के हाथ पहले से 13 सीटें ज्यादा आई थीं। इसका फायदा उन्हें खूब हुआ। जबकि भाजपा को 10 सीटों का नुकसान हुआ था। इसी वजह से 2018 में कांग्रेस की सरकार बन गई। अब पीएम इस दौरा के जरिए दलित वोटरों को साधने की कोशिश करेंगे।
रविदास मंदिर का भूमिपूजन करेंगे
आज पीएम बुंदेलखंड में जिस संत रविदास का विशाल और भव्य मंदिर का भूमि पूजन करने वाले हैं उसका कनेक्शन मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से भी है। मध्य प्रदेश में, दलित वोट राज्य के कुल मतदाताओं का लगभग 16% हैं। इसके अवाला 84 सीटों पर लगभग 85 लाख वोटर हैं। खासकर बुन्देलखण्ड में दलित समाज की आबादी 23-25% है। बता दें कि 2013 के मध्य प्रदेश चुनाव में, भाजपा ने शानदार बहुमत हासिल किया था। जिसमें दलित सीटों की भी अहम भूमिका थी। एक तरह से इस इलाके में बीजेपी ने कांग्रेस का सफाया कर दिया था। पार्टी को 35 में से 28 सीटें मिली थी।