चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि डाक्टर्स की सेवानिवृति आयु सीमा बढ़ाकर 65 वर्ष करने से जहां प्रदेश के अस्पतालों में करने में सहायता मिलेगी, वहीं इससे राज्य के 312 चिकित्सकों को सीधा लाभ होगा।
श्री विज ने बताया कि इस संबंध में विभाग को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं ताकि चिकित्सकों को यह लाभ शीघ्र प्राप्त करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सहारनपुर में की गई घोषणा के आधार पर हरियाणा में चिकित्सकों की सेवानिवृति आयु सीमा को बढ़ाकर 65 वर्ष करने का निर्णय लिया है। हालांकि, डाक्टर्स की कमी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में चिकित्सकों की सेवानिवृति आयु सीमा को 58 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष करने का निर्णय पहले ही ले लिया गया था, जिसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी। परन्तु प्रधानमंत्री की घोषणा के पश्चात अब सेवानिवृति आयु सीमा को बढ़ाकर 65 वर्ष करने के निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के चिकित्सकों की सेवानिवृति की आयु सीमा में 7 वर्ष की बढ़ोतरी होगी, जिससे 312 चिकित्सकों को प्रत्यक्ष तौर पर लाभ मिलेगा। इनमें 57 चिकित्सा अधिकारी, 159 वरिष्ठï चिकित्सा अधिकारी, 4 पीएमओ व पीडीए, 78 सिविल सर्जन्स व उप सिविल सर्जन्स, 13 उप-निदेशक व निदेशक तथा एक स्वास्थ्य महानिदेशक शामिल हैं। केन्द्र सरकार द्वारा यदि सेवानिवृति आयु सीमा में बढ़ोतरी की घोषणा नही की जाती तो ये सभी चिकित्सक इस अवधि से पहले ही सेवा निवृत हो जाते। इससे प्रदेश की अढ़ाई करोड़ जनता को इन चिकित्सकों की सेवाएं प्राप्त हो सकेगी।
श्री विज ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के लोगों को उत्कृष्टï स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करवाने के लिए कटिबद्घ है। इसके लिए जहां चिकित्सकों की कमी को दूर किया जा रहा है वहीं नये चिकित्सकों की भर्ती व उन्हें तैयार करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने के प्रयास जारी है, इसके तहत राज्य के 8 जिलों में मेडिकल कॉलेज कार्य कर रहे है तथा 3 जिलों में नये सरकारी मेडिकल खोलने की प्रक्रिया शुरू की दी गई है।