जाट आरक्षण मुद्दे पर गंभीर नहीं है भाजपा सरकार-नेता प्रतिपक्ष
चंड़ीगढ़ : इनेलो के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने प्रदेश सरकार पर जाट आरक्षण मुद्दे पर गंभीर न होने और जानबुझ कर फिर से प्रदेश के हालात खराब करने का आरोप लगाया है। हरियाणा विधानसभा परिसर में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए इनेलो नेता ने कहा कि पंचायत चुनाव में शैक्षणिक योग्यता जरूरी करने का बिल विधानसभा में आनन फ ानन में पास करवाने के बाद उसी रात राज्यपाल से भी हाथों-हाथ मुहर लगवा ली गई और सुप्रीम र्कोट से भी सरकार क्लीयर करवा कर लाई। दूसरी तरफ जाट आरक्षण बिल को संविधान के नौंवे अनुछेद में नहीं डाला गया और जब तक लोकसभा का सत्र चल रहा था तब तक करीब डेढ महीना तक इस बिल को राज्यपाल के पास ही अटकाए रखा गया ताकि इनेलो सांसद इस बिल को संविधान के नौंवे अनुछेद में डाले जाने की मांग संसद में न उठा सकें।
इनेलो नेता ने कहा कि इस मामले में सरकार की नियत ठीक नहीं है, इसलिए आज फिर प्रदेश में टकराव के हालात बनते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी 5 जून से आंदोलन फिर से शुरू करने की घोषणा कर रहे हैं और प्रदेश में जानबुझ कर फरवरी जैसे हालात बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि अदालत में जब इस मामले में स्थगन आदेश जारी हुआ उस समय महाधिवक्ता कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी वहीं अदालत परिसर में मौजूद थे, लेकिन वे वहां चुपचाप बैठे रहे और एक बार भी अदालत से आग्रह नहीं किया कि इस मामले में सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए थोडा समय दिया जाए और स्थगन आदेश जारी करने से पहले सरकार का भी पक्ष सुना जाए। उन्होंने कहा कि अब यह साफ हो गया है कि इस मामले में सरकार की नियत में खोट है और आगे फिर प्रदेश के हालात खराब हुए तो इसके लिए सीधे तौर पर सरकार जिम्मेदार होगी।