चंड़ीगढ़ : इनेलो ने राज्यसभा चुनाव के लिए निर्दलीय प्रत्याशी आरके आनंद को समर्थन देने का निर्णय लिया है। यह घोषणा इनेलो के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने निर्दलीय प्रत्याशी आरके आनंद का नामांकन पत्र भरवाने के बाद विधानसभा परिसर में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए की। इनेलो नेता ने कहा कि इनेलो राजनैतिक मामलों की कमेटी (पीएसी) व पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मेें राज्यसभा चुनावों को लेकर हर प्रकार का निर्णय लेने के लिए इनेलो प्रमुख चौधरी ओम प्रकाश चौटाला को अधिकृ त किया गया था। इनेलो प्रमुख ने अपने निर्णय से हमें अवगत करवा दिया है और पार्टी ने प्रदेश के हितों को मजबूती से राज्यसभा में उठाने में सक्षम पूर्व राज्यसभा सांसद व निर्दलीय प्रत्याशी आरके आनंद को समर्थन देने का निर्णय लिया है।
सुप्रीम र्कोट के वरिष्ठ अधिवक्ता आरके आनंद हरियाणा के फरीदाबाद जिले के रहने वाले हैं और 2000 से लेकर 2006 तक राज्यसभा में निर्दलीय सांसद रह चुके हैं। इससे पहले आरके आनंद का नामांकन पत्र भरवाने के लिए इनेलो विधायक चौधरी अभय सिंह चौटाला के नेतृत्व में विधानसभा परिसर में रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय तक उनके साथ गए। इनेलो विधायकों में अभय सिंह चौटाला के अलावा विधायक दल के उपनेता जसविंदर सिंह संधू, परमिंदर सिंह ढुल, रणबीर गंगवा, जाकिर हुस्सैन, नसीम अहमद, डा. हरि चंद मिढ़ा, पिरथी सिंह नंबरदार, नगेंद्र भडाना, केहर सिंह रावत, राजदीप फौगाट, ओम प्रकाश, अनूप धानक, वेद नारंग, मक्खन लाल सिंगला, राम चंद कंबोज, बलवान सिंह दौलतपुरिया, प्रो. रविंदर बलियाला व बलकौर सिंह कालांवाली सहित पार्टी के सभी विधायक व वरिष्ठ नेता शामिल थे।
चौधरी अभय सिंह चौटाला ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा ने पहले अपनी पार्टी की ओर से केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह को राज्यसभा प्रत्याशी घोषित किया था और अब अपनी पार्टी से जुड़े हुए सुभाष चंद्रा को भाजपा समर्थित प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा है। इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा क ो सुभाष चंद्रा को भाजपा समर्थित प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारने की बजाय सीधे-सीधे भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्रा इनेलो विधायकों का सर्मथन लेना तो दूर पार्टी के किसी कार्यकर्ता का भी सर्मथन हासिल नहीं कर सकते। इनेलो नेता ने कहा कि अब तक जो हम पर भाजपा की बी टीम होने का आरोप लगाते रहे हैं, अब वे भाजपा की बी टीम बनते हैं या कोई और निर्णय लेते हैं यह पता चल जाएगा।
सवालों के जवाब में इनेलो नेता ने कहा कि उनकी कांग्रेस के किसी पदाधिकारी से इस मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई है, लेकिन उनकी पार्टी का स्टैंड़ स्पष्ट रहा है कि उनकी पार्टी कांग्रेस या भाजपा के किसी प्रत्याशी को सर्मथन नहीं देगी। पार्टी के पास इतना संख्या बल नहीं है कि अकेले अपने बलबूते पर राज्यसभा सीट जीत सके, इसलिए इनेलो ने निर्दलीय प्रत्याशी आरके आनंद को सर्मथन देने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर सवालों के जवाब में आरके आनंद ने कहा कि वे निर्दलीय