PM Modi’s Advice to NDA MPs: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को लेकर पीएम मोदी NDA सांसदों से मुलाकात कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें क्षेत्रों में व्याप्त जमीनी समस्याओं को समय रहते हल करवाने, अपने काम का प्रचार करने समेत कई अहम बातों पर ध्यान देने को कह रहे हैं जिससे जनता का विश्वास उनमें बना रहे।
PM Modi’s Advice to NDA MPs: लोकसभा चुनाव 2024 होने में 9 महीने से भी कम वक्त बचा है इसे लेकर विपक्षी दल एक बड़े गठबंधन I.N.D.I.A की छतरी के नीचे एकजुट हो रहा है। तमाम विपक्षी पार्टियां अपने तमाम मतभेदों को भुलाकर एक साथ आ रहीं हैं। इस गठबंधन को BJP के जीत के रथ को रोकने के इरादे से बनाया गया है। कई दौर की मीटिंग भी विपक्षी पार्टियों की हो चुकी है, विपक्षी पार्टियों की ऐसी तैयारी देख यह बात तो तय है कि NDA भी हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठेगा। पीएम मोदी पहले ही एनडीए में शामिल 38 राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को संबोधित कर चुके हैं। जिसमें पीएम ने अगले साल होने वाले लोकसभा के चुनाव में पहले से ज्यादा बड़ी जीत के लिए अपील की। इसी कड़ी में पीएम NDA के सांसदों से भी मिल कर उनके इलाके के हिसाब से स्पेशल मंत्र भी दे रहे हैं।
मीटिंग के दौरान पीएम सांसदों को दे रहें ये मंत्र
सरकार के कामों और योजनाओं को लोगों को बताएं
बैठक के दौरान पीएम ने सांसदों से कहा- अपने क्षेत्रों में नए काम करवाने की जगह जो काम सरकार द्वारा किए गए है, जो गरीब कल्याण की योजनायें सरकार द्वारा चलाई जा रही है उनका ज्यादा से ज्यादा प्रचार करें। उनके बारे में लोगों को बताएं। उन्होंने कहा कि हमें गरीबों के लिए काम करना चाहिए।
हमने अपनी विचारधारा के मुद्दे के आधार पर राम मंदिर बनाया है और जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाया है, लेकिन इन मुद्दों पर वोट नहीं मिलेंगे। वोट हमें गरीबों के लिए काम करने से मिलेंगे और हम उनके लिए काम कर भी रहे हैं। अब बारी है इस बारे में लोगों को बताने की, उन्हें याद दिलाने की।
जनता के बीच अधिक से अधिक समय बिताएं सांसद
सांसदों से मुलाकात के इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा- चोला बदलने से किसी का चरित्र नहीं बदलता। इसलिए UPA तो UPA ही रहेगा। पीएम मोदी ने कहा कि UPA के पास 10 साल के कार्यकाल में उन्होंने क्या किया इस बारे में बताने के लिए कुछ नहीं है। UPA के दामन पर कई दाग थे इसलिए उन्हें नाम बदलने की ज़रूरत पड़ी। उन्होंने सांसदों से कहा कि अब तक आपने जो कुछ भी किया वो ठीक हैं, लेकिन अब चुनाव नजदीक है।
इसलिए जनता के बीच में अधिक से अधिक समय बिताएं। अब शादी-विवाह और त्योहार का समय आने वाला है, सावन का महीना चल रहा है। कांवर यात्रा कई क्षेत्रों में चल रही है, यहां आप अपनी उपस्थिति दर्ज कराइये। लोगों के दिमाग में ये सारे काम लंबे वक्त तक याद रहता है।
गरीबी सबसे बड़ी जाति है
नए महाराष्ट्र सदन में NDA सांसदों से मोदी ने गरीबों के लिए काम करने और केंद्र द्वारा लाई गई गरीब-समर्थक योजनाओं के बारे में बताने को कहा। उन्होंने सांसदों से कहा कि ‘गरीबी सबसे बड़ी जाति है।’ पीएम UP और बिहार में जातीय संवेदनशीलता को लेकर भी सजग हैं। UP में पीएम मोदी ने सांसदों से जातिगत भेदभाव से ऊपर उठने को कहा।
PM मोदी चाहते थे कि सांसद लोगों को योजनाओं के बारे में जागरूक करें ताकि गरीब उनका लाभ उठा सकें। केंद्र सरकार ने आर्थिक रूप से हाशिए पर रहने वाले लोगों के लिए गरीब कल्याण रोजगार अभियान, PM गरीब कल्याण अन्न योजना और PM स्ट्रीट वेंडर की आत्मानिर्भर निधि योजना जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं। जिनका लाभ लाखों गरीबों को मिल रहा है।
जबान संभाल के रखें
2014 के बाद से भाजपा देश में नए तरह की राजनीति कर रही है। इसमें पीएम मोदी के अलावे कोई भी मंत्री या नेता मिडिया में ज्यादा बयान देते नजर नहीं आते हैं। जो भी नेता या मंत्री इस सीमा को पार करते है पार्टी में या तो उनके कद को छोटा कर दिया जाता है या उनसे पद छिन ली जाती है। सांसदों के मीटिंग के दौरान भी पीएम मोदी ने इस बात को दोहराते हुए एक बड़ा संदेश दिया- ‘माइक से दूर रहें’,अपनी जुबान पर नियंत्रण रखें।
मीडिया को अनावश्यक बाइट देने से बचें और निश्चित रूप से किसी भी विवाद को पैदा करने या उसमें शामिल होने से मीलों दूर रहें। उन्होंने एनडीए सांसदों से पूछा कि बिना मतलब के किसी मुद्दों पर क्यों बोलना है। इसके बजाय उन्होंने उन्हें सलाह दी कि जमीन पर अपना काम खुद बोलने दें।
कॉल सेंटर और सोशल मीडिया की भूमिका बताई
ईस्ट UP के सांसदों से हर संसदीय क्षेत्र में पीएम मोदी ने यथाशीघ्र कॉल सेंटर बनाने को कहा। संसद सत्र या पार्टी कार्य के दौरान सांसद अपने संबंधित संसदीय क्षेत्रों से दूर रहते हैं, जब कई लोगों को मदद की जरूरत होती है। लेकिन वो अपने प्रतिनिधि से संपर्क नहीं कर पाते। इसलिए समर्पित नंबरों वाले कॉल सेंटर बनाए जाने चाहिए, जिसके जरिये लोग किसी भी समय अपनी शिकायत या समस्याएं अपने सांसदों तक पहुंचा सकें।
पीएम मोदी ने इसे सांसद संवाद भी कहा। उन्होंने हर सांसद के लिए पेशेवर सोशल मीडिया टीमें बनाने की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने सांसदों से कहा कि सोशल मीडिया पर अपने और सरकार के काम का प्रचार करवाने को कहा।