चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि कैंसर एटलस के विकसित होने से प्रदेश में कैंसर के रोगियों की संख्या, क्षेत्र, लिंग तथा कैंसर के प्रकार का पता लगाने में आसानी होगी। इसके पश्चात ऐसे रोगियों के उपचार की उचित व्यवस्था की जाएगी।
श्री विज ने आज यहां हरियाणा में कैंसर एटलस के विकास पर आयोजित सेमिनार में बोलते हुए कहा कि कैंसर के रोगियों की सही संख्या प्राप्त करने के लिए इस एटलस को विकसित किया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश के सभी मरीजों को पंजीकृत किया जाएगा। इसके अलावा कैंसर के रोगियों की वास्तविक संख्या, क्षेत्र इत्यादि का पता लगाने के लिए दो प्रकार से प्रयास किये जाते हैं। इसके अन्तर्गत कैंसर के रोगियों का जनसंख्या एवं अस्पताल पर आधारित पंजीकरण किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस एटलस के विकसित होने के उपरान्त प्रत्येक गांव में घर-घर जाकर कैंसर की जांच होगी और रोगियों की पहचान कर उनका पंजीकरण किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के सभी निजी व सरकारी अस्पतालों को भी निर्देश जारी किये जाएंगे ताकि उनमें आने वाले सभी कैंसर के मरीजों का पंजीकरण हो तथा इसकी सूचना संबंधित अधिकारी को समय उपलब्ध करवा सकें। इससे प्रदेश के सभी मरीजों की संख्या, उनके लिंग, कैंसर का प्रकार तथा क्षेत्र की पूरी जानकारी विभाग के पास पंजीकृत हो सकेगी।
श्री विज ने इस बारे में जून 2015 में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे पी नड्डा को पत्र लिखकर कैंसर के रोगियों की जांच के लिए विशेष प्रबन्ध करने की अपील की थी। इसके साथ ही उन्होंने कैंसर सहित विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिए समेकित राहत कोष स्थापित करने की भी अपील की थी। इसी के फलस्वरूप केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय कैंसर पंजीकरण कार्यक्रम के तहत हरियाणा में कैंसर एटलस को विकसित किया जा रहा है। हरियाणा इस प्रकार के कार्यक्र्रम को संचालित करने वाल देश का चौथा राज्य बन गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा में करीब 22 हजार लोग हर वर्ष कैंसर से पीडि़त होते है परन्तु यदि कैंसर की समय रहते पहचान हो सके तो करीब एक तिहाई मरीजों को पूरी तरह ठीक तथा एक तिहाई मरीजों को सुरक्षित किया जा सकता है। हरियाणा में कैंसर के उपचार के लिए झज्जर के बाढ़सा में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान का निर्माण करवाया जा रहा है इसी प्रकार बीपीएस राजकीय मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां, शहीद हुसैन खां मेवाती राजकीय मेडिकल कॉलेज नल्हर मेवात तथा कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल में कैंसर के उपचार की व्यवस्था है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी के महापात्रा, सभी मेडिकल कॉलेज के निदेशक, विभाग के सभी सीएमओ, एम्स, फोर्टिस तथा आईसीएमआर बंगलौर के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।